नई दिल्ली। लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला। साथ ही भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि जैसे-जैसे मैं आगे बढ़ता रहा, वैसे-वैसे मेरा भेड़िया जैसा अहंकार चींटी बनकर निकल गया। राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मैं समुद्र के तट (कन्याकुमारी )से लेकर बफीर्ली पहाड़ी (कश्मीर) तक चला। इस दौरान बहुत सारे लोगों ने मुझसे पूछा कि राहुल तुम क्यों चल रहे हो, तुम्हारा लक्ष्य क्या है? शुरुआत में मेरे मुंह से जवाब नहीं निकलता था। शायद मुझे ही नहीं मालूम था कि मैंने ये यात्रा क्यों शुरू की।
उन्होंने कहा कि शुरूआत में मैंने सोचा की मैं हिंदुस्तान को देखना चाहता हूं, लोगों के बीच में जाना चाहता हूं। मगर गहराई से मुझे मालूम नहीं था। लेकिन, थोड़ी ही देर में मुझे बात समझ में आनी लगी। जिस चीज से मुझे प्यार था, जिस चीज के लिए मैं मरने को तैयार हूं। जिस चीज के लिए मैं मोदी जी की जेलों में जाने को तैयार हूं। जिस चीज के लिए मैंने 10 साल हर रोज गाली खाई। उस चीज को मैं समझना चाहता हूं। ये है क्या, जिसने मेरे दिल को इतनी मजबूती से पकड़ रखा था।
अहंकार को एकदम मिटा देता है भारत
उन्होंने कहा कि सालों से मैं रोज आठ-दस किलोमीटर दौड़ता हूं। मैंने सोचा कि 25 किलोमीटर दौड़ने में क्या हो जाएगा। मैं उस भावना को देखता हूं। मेरे दिल में उस समय अहंकार था। मगर भारत अहंकार को एकदम मिटा देता है। एक सेकेंड में मिटा देता है। तो हुआ क्या? दो-तीन दिन बाद मेरे घुटने में दर्द शुरू हो गया। मैं उठूं और दर्द, हर कदम में दर्द, मेरा अहंकार मिट गया, जो भेड़िया निकला था वो चींटी बन गया।
उन्होंने कहा कि जो हिंदुस्तान को अहंकार से देखने निकला था वो अहंकार गायब हो गया। रोज मैं डर-डरकर चलूं कि क्या मैं कल चल पाऊंगा। ये मेरे दिल में दर्द था। जब भी ये दर्द बढ़ता था, कहीं न कहीं से कोई न कोई शक्ति मेरी मदद कर रही थी। जब मैं चल रहा था कोई किसान आता था तो मैं उसको अपनी बात बताता था। मगर इतने लोग आए। हजारों लोग आए फिर थोड़ी देर में मैं बोल नहीं पाया। मेरे दिल में जो बोलने का डिजायर था वो बंद हो गया। एक सन्नाटा सा छा गया। भीड़ की आवाज थी भारत जोड़ो, भारत जोड़ो। जो मेरे से बात करता था उसकी आवाज मैं सुनता था।
यात्रा के दौरान जाना किसानों का दर्द
राहुल गांधी ने कहा कि किसानों को बीमा का पैसा नहीं मिला। हिंदुस्तान के बड़े उद्योगपतियों ने मुझसे छीन लिया। मगर इस बार बड़ी अजीब सी चीज हुई। जब मैंने किसान को देखा और वो मुझसे बोल रहा था। तो जो उसके दिल में दर्द था वो मेरे दिल में आया। जो उसके आंखों में शर्म थी जब वो अपनी बीवी से बात करता था वो मेरी आंखों में आई। जब उसकी जो भूख थी वो मुझे समझ आई। उसके बाद यात्रा बिल्कुल बदल गई। मुझे भीड़ की आवाज नहीं सुनाई देती थी। मुझे सिर्फ उस व्यक्ति की बात सुनाई देती थी जो मुझसे बात करता था। मेरा दुख, मेरी चोट और मेरा दर्द खत्म हो गया था।
फिर मणिपुर के मुद्दे पर मोदी को घेरा
इसके बाद राहुल गांधी ने मणिपुर के मुद्दे पर पीएम मोदी को घेरा। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले मैं मणिपुर गया। हमारे प्रधानमंत्री आज तक नहीं गए, क्योंकि उनके लिए मणिपुर हिंदुस्तान नहीं है। मैंने मणिपुर शब्द प्रयोग किया। आज की सच्चाई यह है कि मणिपुर नहीं बचा है। मणिपुर को आपने बांट दिया है, तोड़ दिया है। रिलीफ कैंप में गया, महिलाओं से बात की, बच्चों से बात की। प्रधानमंत्रीजी ने आज तक नहीं किया।
इन्होंने मणिपुर में हिंदुस्तान की हत्या की है। सिर्फ मणिपुर की नहीं की। इनकी राजनीति ने मणिपुर को नहीं, हिंदुस्तान का मर्डर किया। इस पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजीजू बोले- राहुलजी ने सदन में जो बातें कही हैं, मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि नॉर्थ-ईस्ट को इन्होंने खत्म किया है। आज की समस्या इनकी पैदा की हुई है।
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