नई दिल्ली। बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव नौकरी के बदले जमीन (Land For Job Scam) मामले में आज ED दफ्तर में पूछताछ के लिए पेश हुए हैं। ईडी अब इस केस को लेकर तेजस्वी से इंक्वायरी कर रही है। ED ने CBI की प्राथमिकी के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग के तहत केस दर्ज किया है।
Land For Job Scam में 600 करोड़ का घोटाला !
इससे पहले ED ने तेजस्वी की बहन और राज्यसभा सांसद मीशा भारती से (Land For Job Scam) पूछताछ की थी। इस केस में अब तक 600 करोड रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग के सबूत मिलने का दावा किया गया है। जिसमें से 350 करोड़ की अचल संपत्ति है। जबकि ढाई सौ करोड़ की बेनामी प्रॉपर्टी है जो लालू यादव के परिवार के पास से आई है। इसमें तेजस्वी यादव भी शामिल हैं।
ED ने कहा था कि इस छापेमारी में रेलवे भूमि में 24 स्थानों पर तलाशी ली, जिसमें 1 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी, 1900 अमेरिकी डॉलर, 540 ग्राम सोने की बुलियन और 1.5 किलोग्राम से अधिक सोने के आभूषण सहित विदेशी मुद्रा की बरामदगी हुई। खोजों के परिणामस्वरूप इस समय लगभग 600 करोड़ रुपये की अपराध की आय का पता चला है।
25 मार्च को CBI के सामने हुए थे पेश
बता दें कि तेजस्वी यादव नौकरी के बदले जमीन मामले (Land For Job Scam) में बीती 25 मार्च को सीबीआई के सामने आखिरी बार पेश हुए थे। तब सीबीआई ने दिल्ली हाईकोर्ट से कहा था कि अब वह तेजस्वी यादव को गिरफ्तार नहीं करेगी। अब ईडी ने तेजस्वी को पूछताछ के लिए समन भेजा है। गौरतलब है कि नौकरी के बदले जमीन मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने लालू यादव समेत 16 आरोपियों को जमानत दे दी है।
ये है नौकरी के बदले जमीन का मामला
बता दें कि साल 2004 से 2009 के बीच जब लालू यादव केंद्रीय रेलमंत्री थे, तब अभ्यर्थियों को रेलवे में नौकरी के बदले जमीन की रिश्वत मांगी गई थी। इन जमीनों पर लालू यादव औ उनके संबंधियों के नाम दर्ज हैं। इसमें यह भी आरोप है कि अभ्यर्थियों के आवेदन करने के तीन दिनों के अंदर ही ग्रुप डी पदों पर नियुक्ती भी मिली थी। साथ ही जब इन अभ्यर्थियों ने पूरी तरह से जमीन लालू यादव और उनके संबंधियों के नाम कर दी थी तब उन्हें भी नौकरी मे नियमित कर दिया गया था।
लालू प्रसाद के परिवार पर आरोप
( Land For Job Scam ) इस मामले की चार्जशीट में आरोप है कि लालू यादव की पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनकी दो बेटियों के नाम पर जमीन दर्ज है। पटना में करीब 1.05 लाख वर्ग फुट की जमीन लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों के नाम पर दर्ज है। जिनके आवास पर छापेमारी हुई है उनमें बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी के निजी सचिव नागमणि यादव भी शामिल हैं। RJD के विधायक सुनील सिंह, राज्यसभा सांसद अशफाक करीम, सांसद फैयाज अहमद बिस्फी, सुबोध राय शामिल हैं।