नई दिल्ली। किरेन रिजिजू को केंद्र सरकार ने कानून मंत्री के पद से हटाकर पृश्वी विज्ञान मंत्रालय का कार्यभार सौंपा था और आज किरेन रिजिजू ने अपना कार्यभार संभाल लिया है। उन्होंने इस दौरान मीडिया से बातचीत की। लेकिन ज्यूडिशियरी के साथ विवाद को लेकर इस बदलाव के सवाल को वो टाल गए और कहने लगे कि आज नई शुरूआत कर रहा हूं, नए मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली है। इस समय राजनीति नहीं करनी है।
विपक्ष का तो काम ही है सरकार को घेरना
किरेन रिजिजू ने कहा कि जो कुछ भी मेरे बारे में विपक्ष बोल रहा है, वो तो उसका काम ही है, वो मेरे खिलाफ कई बातें फैला रहे हैं। मेरे बारे में कई बातें बोली जा रही हैं। विपक्ष तो हम पर अटैक करेगा ही ताऱीफ तो करेगा नहीं, उनका तो काम ही है सरकार को किसी भी मुद्दे पर घेरना। लोकतंत्र में मेरे खिलाफ अगर विपक्ष का कोई बयान आया है तो कोई नई बात नहीं है।
मंत्रालय में अपनी गलती के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसमें गलती कहां है? ये तो सरकार की नियत प्रक्रिया है मंत्रिमंडल में फेरबदल करने का। उन्होंने कहा कि ये तो प्रधानमंत्री मोदी की सोच है कि किसको कहां, कौन सा विभाग देना है। इसके तहत काम होता है। इसे आप ऐसे क्यों देखते हैं कि इसमें कोई नई बात या गलती हो गई।
अर्जुन राम मेघवाल को बनाया गया कानून मंत्री
बता दें कि किरेन रिजिजू का कई दिनों से न्यायपालिका और उनकी व्यवस्था से विवाद चल रहा था। उन्होंने इसे लेकर कई बार ज्यूडिशियरी की व्यवस्था पर टिप्पणी भी की और कई जजों के बारे में भी बयान दिए थे। माना जा रहा है कि इसे लेकर ही सरकार ने किरेन रिजिजू को कानून मंत्री के पद से हटाकर अर्जुन राम मेघवाल को कानून मंत्रालय की जिम्मेदारी दे दी है। अर्जुन राम मेघवाल अब संस्कृति मंत्रालय के साथ अब कानून मंत्रालय भी संभालेंगे।