नई दिल्ली। उत्तराखंड में केदारनाथ मंदिर के पास शनिवार सुबह हिमस्खलन होने से तीर्थयात्रियों में भय व्याप्त हो गया, जबकि अधिकारियों ने कहा कि मंदिर आने की योजना बनाने वालों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा, सुबह करीब 6.30 बजे केदार डोम और स्वर्गारोहिणी के बीच एक ग्लेशियर टूटकर मंदिर के पीछे स्थित चोराबाड़ी झील के पास गिरा। झील पर बर्फ के ढेर तीन से चार मिनट तक लटके रहे।ग्लेशियर टूटने से मंदाकिनी और सरस्वती नदियों के जलस्तर में वृद्धि नहीं हुई। घबराने की जरूरत नहीं है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वहां मौजूद तीर्थ यात्रियों ने इस हिमस्खलन का वीडियो भी बना लिया है। स्थानीय प्रशासन ने भी एनडीआरएफ की टीम को मौके पर जाकर आवश्यक जांच करने के लिए जरूरी निर्देश दिए हैं। साथ ही आपदा प्रबंधन की टीम को भी तुरंत वहां पहुंच कर कार्य स्टार्ट करने के लिए कहा गया है। बताया जा रहा है कि हिमस्खलन की घटना केदारनाथ मंदिर से लगभग चार किलोमीटर दूर चैराबाड़ी झील के पास हुआ है।
स्थानीय लोगों में भय व्याप्त
हिमस्खलन की घटना के चलते यहां रह रहे निवासियों में डर व्याप्त हो गया है। उन्हें आशंका है कि कहीं 2013 जैसी ही एक और भयंकर आपदा फिर से उन पर न टूट पड़े। उल्लेखनीय है कि उस समय हुए हिमस्खलन और प्राकृतिक आपदा में सैकड़ों लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था। बहुत से स्थानीय लोग और तीर्थयात्री लापता हो गए थे और हजारों को विस्थापित होना पड़ा।