प्रयागराज में 1 डेंगू पीड़ित को प्लेटलेट्स की जगह कथित तौर पर मौसमी का जूस चढ़ाने का मामले में अब नया मोड़ आया है। बीते 14 अक्टूबर को डेंगू पीड़ित मरीज प्रयागराज के एक निजी अस्पताल में भर्ती हुआ था। यहां पर पहले दिन तीन और दूसरे दिन चार यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ाई गई थी। लेकिन इसके बाद जब मरीज की हालत ज्यादा बिगड़ी तो अस्पताल प्रशासन ने मरीज के हार्ट में समस्या बताकर दूसरे अस्पताल को रेफर कर दिया। इसके बाद परिजनों ने दूसरे अस्पताल में मरीज को भर्ती कराया लेकिन डॉक्टर्स ने वहां बचे हुए प्लेटलेट्स पर संदेह जता कर उसे चढ़ाने से मना कर दिया। इसके बाद 19 अक्टूबर को डेंगू पीड़ित मरीज की मौत हो गई।
मरीज की मौत के बाद परिजनों ने दावा किया कि पहले वाले अस्पताल में जहां मरीज को भर्ती कराया गया था। वहां डॉक्टर्स ने प्लेटलेट्स के जगह मौसमी का जूस चढ़ा दिया। उन्होंने आरोप लगाया है कि उसने अस्पताल ने 25000 रुपए लेकर प्लेटलेट्स मंगवाए थे। प्लेटलेट्स की जगह मौसमी का जूस चढ़ाने वाली खबर राष्ट्रीय सुर्खी बन गई थी। जिसके बाद प्रयागराज का चिकित्सा प्रशासन भी संदेह के घेरे में आ गया था। जिसके बाद शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन ने बीते शुक्रवार को जांच टीम गठित की और प्लेटलेट्स का बचे हुए बैग को परिवार से लेकर स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय के ब्लड बैंक में जांच के लिए दिया।
जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि मरीज को चढ़ाए गया प्लेटलेट्स मौसमी जूस नहीं बल्कि खराब हुए प्लेटलेट्स थे। जांच की प्रारंभिक रिपोर्ट मिलने के बाद जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने यह दावा किया है। उनका कहना है कि अभी जो प्रारंभिक रिपोर्ट सामने आई है उसमें मौसमी के जूस जैसा दिखने वाला तरल पदार्थ प्लेटलेट्स ही है। लेकिन उचित रखरखाव के अभाव में वह खराब हो चुका था। अब अंतिम जांच रिपोर्ट के बाद अगली कार्रवाई के संबंध में फैसला लिया जाएगा।
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