मौसम विभाग ने आज चेतावनी देते हुए कहा है कि बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती तूफान ‘सितरंग’ के चलते अगले 48 घंटों में देश के कई हिस्सों में तेज तूफान के साथ बारिश होने की संभावनाएं बन रही हैं। विभाग के अनुसार यह साइक्लोन 15 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा है और अगले छह घंटों के दौरान देश के पूर्वी तट सीमा तक पहुंचेगा जिसके असर से बिहार, बंगाल और आसपास के हिस्सों में मौसम अत्यन्त खराब रहेगा।
आईएमडी ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों के साथ-साथ ओडिशा के पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक, बालेश्वर, मयूरभंज, जाजपुर, क्योंझर, कटक और खुर्दा जिलों में भारी बारिश हो सकती है और आसपास के इलाकों में भी तेज तूफानी हवाएं चल सकती हैं जिनके कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त रहेगा।
90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
विभाग ने कहा है कि सितरंग 25 अक्टूबर की सुबह जमीनी तट से टकराएगा जिसके बाद यह गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा और नम हवाओं के साथ आए बादलों से मूसलाधार बारिश होगी। तूफान की वजह से इन इलाकों में 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी और 25 अक्टूबर पर दीवाली के दिन दक्षिणी 24 परगना, उत्तरी 24 परगना और मिदनापुर जैसे तटीय जिलों में भारी बारिश हो सकती है।
राहत बलों को किया अलर्ट
तूफान की संभावना को देखते हुए तटीय सीमा से जुड़े राज्यों तथा क्षेत्रों में एनडीआरएफ और पुलिस बलों को अलर्ट कर दिया गया है। समुद्र तट के नजदीक रहने वाले लोगों तथा मछुआरों को भी सुरक्षित स्थान पर जाने के निर्देश दिए गए हैं। सुरक्षा बलों को भी किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी
आईएमडी ने कहा कि कोलकाता, हावड़ा और हुगली में सोमवार को 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। ऐसे में कालीपूजा के लिए लगाए गए पांडालों के प्रभावित होने का खतरा बना हुआ है। मछुआरों को भी अगले 48 घंटों तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी जा रही है।