Gyanvapi Masjid Case: उत्तर प्रदेश में ज्ञानवापी मस्जिद का मुद्दा एक बार फिर गरम है जहां वाराणसी जिला कोर्ट ने परिसर के विवादित वजूखाने वाले को छोड़कर पूरे इलाके का एएसआई सर्वे करवाने का आदेश दिया था जिसे मस्जिद कमिटी की ओर से सुप्रीम कोर्ट में अपील दाखिल करने के बाद रोक दिया गया. वहीं सुप्रीम कोर्ट के मामला हाईकोर्ट को भेजने के बाद अब इस पर फैसला आने वाले है लेकिन इस बीच मामले को लेकर बयानबाजी तेज हो गई है जहां यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का एक बड़ा बयान चर्चा में है.
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यदि हम ज्ञानवापी को मस्जिद कहेंगे तो विवाद ही होगा. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि भगवान ने जिसको देखने के लिए आंख दी है वह देखे कि त्रिशूल आखिर मस्जिद के अंदर क्या कर रहा है. उन्होंने कहा कि त्रिशूल हमने तो नहीं रखे हैं, और ना ही ज्योतिर्लिंग और देव प्रतिमाएं. योगी ने कहा कि ज्ञानवापी की दीवारें चिल्ला-चिल्लाकर क्या कह रही हैं. वहीं उन्होंने इस मामले के समाधान को लेकर कहा कि जो ऐतिहासिक गलती हुई इसके समाधान का प्रस्ताव मुस्लिम समाज की ओर से आना चाहिए.
‘मुस्लिम पक्ष निकालें समाधान’
योगी ने ANI के एक पॉडकास्ट में बातचीत के दौरान कहा कि अगर हम ज्ञानवापी को मस्जिद कहेंगे, तो विवाद होना ही है. उन्होंने कहा कि मस्जिद के अंदर त्रिशूल क्या कर रहा है? योगी ने आगे कहा कि देश संविधान से चलता है इसमें किसी का मत और मजहब नहीं देखा जाएगा.
उन्होंने कहा कि मैं ईश्वर का भक्त हूं, लेकिन किसी पाखंड में विश्वास नहीं करता हूं और मत और मजहब अपने तरीके से चलेगा जो अपने घर में होगा. योगी ने कहा कि देश में अगर किसी को रहना है तो उसे राष्ट्र को सर्वोपरि मानना होगा और संविधान के हिसाब से ही चलना होगा.
6 साल में नहीं हुआ यूपी में कोई दंगा
वहीं योगी ने पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा को लेकर ममता बनर्जी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि मैं बीते सवा 6 साल से उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री हूं जहां इस दौरान एक भी दंगा नहीं हुआ है. योगी ने कहा कि बड़ी-बड़ी बातें करने वाले देखें कि कैसे चुनाव होते हैं जहां यूपी का नगर निगम चुनाव, पंचायत चुनाव और विधानसभा चुनाव जिनमें एक बार भी दंगा नहीं हुआ.