जयपुर। केंद्र सरकार ने 18 सितंबर से 22 सितंबर तक संसद का विशेष सत्र बुलाया है। इस सत्र में कुल 5 बैठकें होंगी। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर कहा- मैं अमृत काल के बीच संसद में सार्थक चर्चा और बहस का इंतजार कर रहा हूं। अब इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर कयासों का दौर शुरु हो गया है।
इससे पहले संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई से शुरू होकर 11 अगस्त तक चला था। मणिपुर हिंसा पर विपक्ष के विरोध के बाद सत्र को बिना किसी कामकाज के कई बार स्थगित करना पड़ा। इस सत्र में विपक्ष सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी लाया, जो गिर गया।
शिवसेना का सरकार पर निशाना
राज्यसभा सांसद और शिवसेना (उद्धव गुट) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने संसद का विशेष सत्र बुलाने पर कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत के सबसे महत्वपूर्ण त्योहार गणेश उत्सव के दौरान सत्र बुलाया गया। विशेष बैठक का आह्वान हिंदू भावनाओं के खिलाफ है।
महत्वपूर्ण विधेयक के पारित होने की संभावना
विभिन्न मीडिया रिपोर्टस की माने तो एजेंडे में अमृत काल समारोह और भारत को ‘विकसित राष्ट्र’ के रूप में शामिल किए जाने की संभावना है। किसी भी महत्वपूर्ण विधेयक के पारित होने की भी संभावना हैं। हालांकि, सरकार की तरफ से किसी तरह को कोई संकेत नहीं दिया गया है। साथ ही यह लोकसभा और राज्यसभा का संयुक्त सत्र नहीं होगा।
हालाँकि, विशेष सत्र को बुलाने का समय काफी दिलचस्प है, क्योंकि यह मुंबई में होने वाली विपक्षी समूह I.N.D.I.A. की तीसरी बैठक के साथ मेल खाता है। 28-पार्टियों के इस समूह ने अगले साल के आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हराने के अपने इरादे की घोषणा की है।
इन बिलों को लेकर लग रहे कयाल
- एक देश एक चुनाव।
- एक देश एक कानून।
- जनसंख्या नियंत्रण कानून।
सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर अब सरकार के द्वारा विशेष सत्र बुलाने को लेकर कयासों का दौर भी शुरु हो गया है। लोग अब इस पर तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे है। ट्वीटर पर एक यूजर लिख रहे है कि संसद का विशेष सत्र, 18 से 22 सितंबर… खलबली मच गई है सारे विपक्षियों के अंदर।
एक अन्य यूजर ने लिखा कि मोदी सरकार ने जब से संसद का विशेष सत्र दिनाक 18/9/23से 22/9/23 तक तो विपक्ष में खलबली मच गई है इस सत्र में एक देश एक चुनाव का बिल पास हो सकता है और समान नागरिकता कानून बिल पास करने जा रही है मोदी सरकार! 2024 में एक बार फिर मोदी सरकार।