बेगुसराय। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने महबूबा मुफ्ती और मौलाना अरशद मदनी पर पलटवार करते हुए उन पर करारा हमला बोला है। मुफ्ती के टीपू सुल्तान की मजार पर जाकर फातिहा पढ़ने और मदनी के बजरंग दल पर बैन को लेकर टिप्पणी पर गिरिराज सिंह ने कहा कि अगर 70 साल पहले हमारे पूर्वजों ने गलती ना की होती तो आज देश में ये मदनी, ओवैसी, जाकिर जैसे लोग पैदा ही नहीं हुए होते।
सारे मुस्लिम पाकिस्तान चले जाते तो ये लोग देश में पैदा ही नहीं होते
गिरिराज सिंह ने कहा कि देश का दुर्भाग्य है कि ये लोग आज गजवा-ए-हिंद की बात करते हैं, सिर तन से जुदा करने की बात करते हैं, बजरंग दल को बैन करने की बात करते हैं। 70 साल पहले अगर पूर्वजों से भूल नहीं हुई होती और भारत से सारी मुस्लिम कौम पाकिस्तान चली गई होती तो आज भारत में जाकिर, ओवैसी, मदनी पैदा नहीं हुए होते। ये लोग आज गजवा-ए-हिंद की बात करते हैं और अब ये बजरंग दल को बैन करने की बात करते हैं।
नीतीश विपक्षी एकजुटता का ढोंग रच रहे हैं
गिरिराज ने सिंह ने कहा कि महबूबा मुफ्ती पर पलटवार करते हुए कहा कि वे तो आतंकी आक्रांताओं की उपासक हैं उनके बारे में क्या ही बोलूं। मैंने तो पहले ही कहा है कि ये जो नीतीश कुमार पूरे भारत में घूमते फिर रहे हैं, विपक्षी एकता के लिए, एकजुट होने का ढोंग दिखाने के लिए। वो खुद को तो प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बताते हैं। ये कहावत सही है कि अपन ब्याह नहीं, सूरदास को बरतूहारी करने चले हैं।
टीपू सुल्तान की कब्र पर जाकर पढ़ा था फातिहा
बता दें कि महबूबा मुफ्ती ने मैसूर में टीपू सुल्तान की कब्र पर जाकर फातिहा पढ़ा था। इस पर कई भाजपा नेताओं ने बयानबाजी की थी। उनका कहना था कि महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर में आतंक फैलाया है, अब वो आतंकी टीपू सुल्तान की मजार पर जाकर पूजा कर रही हैं। तो वहीं जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने बजरंग दल पर बैन लगाने को लेकर कहा था कि अब इस पर बैन लगाकर कांग्रेस अपनी 70 साल पुरानी गलती को सुधार रही है।