प्रयागराज। माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और उसके भाई अशरफ अहमदकी गोली मारकर हत्या के मामले ने इस पूरे केस को ही उलट-पुलट कर रख दिया है,एक तरफ यूपी सरकार पर विपक्षी पार्टियां जंगलराज का आरोप लगा रहे हैं, तो दूसरी तरफ इस केस की परत-दर-परत खुलते ही एक से बढ़कर एक चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं।
दरअसल अतीक-अशरफ की हत्या का कनेक्शन गैंगस्टर सुंदर भाटी जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। जिससे सुंदर भाटी को लेकर इस केस की पड़ताल शुरू हो गई है। हैरानी की बात यह है कि सुंदर भाटी गैंगस्टर होने के बावजूद राजनीतिक गलियारों में काफी ऊंची पहुंच रखता है। यहां तक कि जब वह जेल में बंद है उस दौरान भी वह स्पोर्ट कंपटीशन में एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर के साथ अवार्ड देता था।
पाकिस्तान से लाई गई थी हत्या में प्रयुक्त जिगाना पिस्टल
ये भी जानकारी सामने आई है कि अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और अशरफ अहमद की हत्या में सुंदर भाटी का साफ-साफ कनेक्शन है। क्योंकि भाटी के इशारे पर ही अतीक और अशरफ के हत्यारों तक घटना में प्रयुक्त पिस्टल पहुंचाई गई थी। आपको बता दें कि जिस पिस्टल से अतीक-अशरफ को गोली मारी गई थी, उसका नाम जिगाना पिस्टल है और वह पाकिस्तान के रास्ते भारत लाई गई।
सोनभद्र जिला जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा है सुंदर
जिगाना पिस्टल का प्रयोग विदेशों में वहां की सेना के लिए किया जाता है। चौंकाने वाली बात यह है कि पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या भी इसी जिगाना पिस्टल से हुई थी। अतीक की हत्या में जिस गैंगस्टर सुंदर भाटी का कनेक्शन सामने आ रहा है। उस पर करीब करीब 62 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इस समय वो सोनभद्र की जिला जेल में अपनी सजा काट रहा है। उसे कुछ समय पहले ही गौतम बुद्ध नगर के जिला न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
Atiq Ahmed की हत्या की साजिश के लिए हत्यारों ने सुंदर से जेल में जाकर की थी मुलाकात
जिगाना पिस्टल के जरिए जांच एजेंसियां इस एंगल से जांच कर रही है कि क्या अतीक (Atiq Ahmed)और अशरफ की हत्या का कनेक्शन पाकिस्तान से जुड़ा हुआ है। दरअसल ये पिस्टल टर्की में बनती है लेकिन यह पाकिस्तान से लाई गई है। अंदेशा जताया जा रहा है कि पाकिस्तान के रास्ते पहले पंजाब प्रयागराज तक पहुंचाया गया। अतीक की हत्या की साजिश रचने के लिए उसके हत्यारों ने सुंदर भाटी से जेल में जाकर मुलाकात की थी। सुंदर भाटी जेल से ही अपनी गैंग चलाता है। वह रंगदारी वसूलने, हत्याएं करने, सुपारी लेने, लोहे और स्टील की चोरी भी शामिल है। इस गिरोह ने उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में भी कई हत्याओं को अंजाम दिया है।
राजनीतिक हत्याओं का आरोपी, राजनीति में ऊपर तक पहुंच
सुंदर भाटी अपराध की दुनिया में आने से पहले ट्रांसपोर्ट के ठेके लेने का काम करता था। इसी के जरिए वह नेताओं के संपर्क में आता गया और उन्हीं के इशारे पर राजनीतिक हत्याएं भी करने लगा। सुंदर भाटी राजनीति में भी अपनी किस्मत आजमाना चाहता था क्योंकि उसके संपर्क काफी रसूखदार नेताओं से हो गए थे। उसने बुलंदशहर जिला पंचायत का चुनाव लड़ा था लेकिन उस समय नरेश भाटी जिला पंचायत का चेयरमैन बन गया था। जिससे सुंदर और नरेश में रंजिश हो गई। दिलचस्प बात यह है कि यह दोनों पहले काफी अच्छे दोस्त हुआ करते थे लेकिन राजनीति के चक्कर में सुंदर ने नरेश भाटी की हत्या कर दी।
इस हत्या को छुपाने के लिए वह और हत्याएं करता चला गया और आखिर में उसके ऊपर आपराधिक मामले दर्ज होते गए और वह अपराध की दुनिया का सबसे बड़ा गैंगस्टर बनके उभर आया। चौंकाने वाली बात है कि उसने इतनी हत्या की लेकिन उसे एक भी मामले में किसी भी तरह की सजा नहीं मिली लेकिन अब उसे हत्या के मामले में ही पहली बार उम्र कैद की सजा सुनाई गई है। जिसमें वह सोनभद्र की जिला जेल में बंद है।
15 मार्च को अतीक-अशरफ की हुई थी हत्या
गौरतलब है कि माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की बीते शनिवार यानी 15 मार्च को प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई। 3 बदमाशों ने यह फायरिंग की। उस वक्त अतीक और अशरफ को मेडिकल के लिए पुलिस ले जा रही थी। उसी दौरान इन्होंने उन पर फायरिंग की जिसमें इन दोनों की मौत हो गई।
आरोपियों से पूछताछ जारी
बता दें कि अतीक अहमद (Atiq Ahmed) साल 2005 में हुए राजू पाल हत्याकांड और उमेश पाल की हत्या कांड का आरोपी था। उमेश पाल ने राजू पाल की हत्या के सबूत पेश किए थे। जिसको लेकर अतीक ने उमेश पाल की हत्या करवा दी थी। इसी मामले को लेकर उसे उम्र कैद की सजा हुई थी और पुलिस इसे केस में पूछताछ के लिए रिमांड लेने के लिए साबरमती जेल से प्रयागराज लेकर आई थी। यहां उसके बेटे असद का एनकाउंटर भी 13 अप्रैल को झांसी में कर दिया गया और अब अतीक की और उसके भाई की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ कर आगे की कार्रवाई कर रही है।