Terrorist Shahnawaz: राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। दरअसल, दिल्ली पुलिस ने एक ऑपरेशन के तहत कथित तौर पर इस्लामिक स्टेट से जुड़े एक संदिग्ध आतंकवादी को गिरफ्तार किया है। इस आतंकी की पहचान शाहनवाज के रूप में हुई है। आपको बता दें कि राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी यानी एनआईए पिछले कई दिनों से इस आतंकी की तलाश में जुटी थी।
इस आतंकी को पकड़ने के लिए कई जगहों पर सर्च ऑपरेशन भी चलाया जा रहा था। वर्दी से लेकर सादे लिबास तक में अलग-अलग टीमों को जिम्मेदारियां सौंपी गईं। इतना ही नहीं एनआईए ने खुद इस आतंकी पर 3 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया था। यह इनाम इस आतंकी के बारे में जानकारी देने या उसे पकड़ने के लिए दिया गया था।
आतंकियों पर इनाम की घोषणा
एनआईए ने जैसे ही संदिग्ध आतंकी शाहनवाज पर इनाम की घोषणा की तो कुछ ही दिनों में शाहनवाज दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ गया। आपको बता दें कि शाहनवाज एनआईए की मोस्ट वांटेड आतंकियों की लिस्ट में शामिल था।
पेशे से इंजीनियर हैं शाहनवाज
दिल्ली पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक शाहनवाज दिल्ली का रहने वाला है। इतना ही नहीं वह पेशे से इंजीनियर भी हैं। हालाँकि यह आतंकवादी पहले पुणे में पकड़ा गया था, लेकिन अचानक एक दिन शाहनवाज पुणे पुलिस की हिरासत से भाग गया। तब से वह दिल्ली में ही अपना रह रहा था।
पूछताछ में हो सकते हैं कई अहम राज खुल
दिल्ली पुलिस ने शाहनवाज को अपनी हिरासत में ले लिया है। बताया जा रहा है कि फिलहाल शाहनवाज से पूछताछ की जा रही है। इतना ही नहीं यह भी माना जा रहा है कि पूछताछ के दौरान शाहनवाज आईएस से जुड़े कई राज खोल सकता है।
आपको बता दें कि राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने आईएसआईएस पुणे मॉड्यूल मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें से तीन आतंकी भागने में कामयाब हो गए थे। इन तीनों में से एक शाहनवाज भी शामिल था। शाहनवाज को शफी उज्मा के नाम से भी जाना जाता है।
अभी भी दो आतंकियों की तलाश है
शाहनवाज को भले ही दिल्ली पुलिस ने पकड़ लिया हो, लेकिन अब पुणे पुलिस की हिरासत से भागे दो अन्य संदिग्ध आतंकी फरार हैं। पुलिस इन दोनों की तलाश में जुटी हुई है। शाहनवाज से पूछताछ में इन दोनों के पकड़े जाने की संभावना बढ़ गई है। संभव है कि ये दोनों भी राजधानी में ही कहीं छिपे हों।
आईईडी बनाने का प्रशिक्षण
मिली जानकारी के मुताबिक तीनों आतंकियों शाहनवाज, रिजवान और अब्दुल्ला को IED बम बनाने की ट्रेनिंग भी दी गई है। यानी यह किसी भी समय कहीं भी बड़ा विस्फोट करने में सक्षम है। यही वजह है कि एनआईए इन तीनों की लंबे समय से तलाश कर रही थी।