पैक्ड और लेबल वाली खाने की चीजों पर 18 जुलाई से 5 प्रतिशत की दर से जीएसटी लगेगा, जिससे यह सब चीजें महंगी हो रही हैं, जिसके विरोध में खाद्य व्यापारियों में नाराजगी है। इसे लेकर आज देश भर में खादय् व्यापारियों ने हड़ताल के लिए आह्वान किया है। जिसके तहत आज राजस्थान की 247 कृषि उपज मंडियां भी बंद रहेंगी। इसके साथ ही 140 चावल मिलों में आज कामकाज ठप रहेगा। इस हड़ताल के चलते 860 दाल मिलें, 600 आटा मिलें और 30 हजार छोटी चक्की संचालक भी बंद के समर्थन में है।
ऑल इंडिया दाल मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि इन खाद्य पदार्थों पर 5% की दर से जीएसटी लग रहा है, जिससे मिलों पर टैक्स का बोझ बढ़ेगा और पहले से ही महंगाई से त्रस्त आम आदमी के लिए यह एक औऱ झटके के समान होगा। इसलिए भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के आह्वान पर GST काउंसिल के इस फैसले का विरोध किया जा रहा है।
ये चीजें हो रही हैं महंगी
पैक्ड और लेबल्ड खाद्य पदार्थों पर 5 प्रतिशत की दर से जीएसटी लगाने के लिए GST काउंसिल ने मंजूरी दी है। इससे अब पैकिंग वाली चीजें महंगी हो जाएंगी। इनमें छाछ, दही, लेबल्ड मीट, शहद, गेहूं को जीएसटी के दायरे में आएंगे। हालांकि जो सामान अनपैक्ड और अनब्रांडेड हैं, उन पर जीएसटी से छूट जारी रहेगी। इसके अलावा आज से चेक जारी करने के लिए बैंकों द्वारा लिए जाने वाले शुल्क पर 18 प्रतिशत GST लगाया जाएगा।
GST काउंसिल ने यह फैसला तब किया है जब देश भर में महंगाई अपने रिकॉर्ड स्तर पर है। इसके अलावा GST कलेक्शन भी अपने उच्चतम स्तर पर है। पिछले महीने जून में जीएसटी कलेक्शन सालाना आधार पर 56 फीसदी बढ़कर 1.44 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया है।