डूंगरपुर। राजस्थान के पड़ोसी राज्य गुजरात के मोडासा में एक पटाखा फैक्ट्री में आग लगने से डूंगरपुर के 4 युवकों की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने के बाद से मृतकों के गांव में मातम छा गया है। वहीं चारों मजदूरों के शव को मोडासा अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिए हैं। इस पूरे हादसे में आग लगने के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है।
जानकारी के अनुसार, गुजरात के मोडासा जिले में हिम्मतनगर मोडासा हाईवे पर लालपुरा क्षेत्र में एक पटाखा गोदाम में अचानक आग लग गई। हादसे में 4 युवकों की जलने से मौत हो गई। यह हादसा गुरुवार दोपहर को हुआ। हादसे में जान गंवाने वाले चारों युवा डूंगरपुर जिले के निवासी हैं। मौके पर मौजूद मृतकों के साथी ने बताया कि पटाखा गोदाम के ऊपर दूसरी मंजिल के निर्माण का कार्य चल रहा था। उसके चारों साथी निर्माण कार्य में लगे हुए थे।
इस बीच ग्राउंड फ्लोर में बने पटाखों के गोदाम में अचानक आग लग गई। गोदाम में रखे पटाखों में तेज ध्वनि के साथ विस्फोट होने लगा। चारों ने वहां से निकलने का प्रयास किया, लेकिन असफल रहे। वहीं पटाखा फैक्ट्री में काम कर रहे श्रमिकों को बाहर निकलकर भागने का समय भी नहीं मिला।
हादसे की सूचना पर मौके पर अग्निशमन दल की कई गाड़ियां पहुंची और आग पर काबू करने का प्रयास किया। आग इतनी भीषण थी कि अगले दिन शुक्रवार सुबह तक आग पर पूरी तरह काबू पाया जा सका। हादसे की जानकारी मिलने पर जिला कलेक्टर अरवल्ली ने मौके पर पहुंचकर सारी घटना की जानकारी ली। उन्होंने हादसे के पीछे जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
मोडासा पुलिस ने बताया कि मृतकों का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिए है। मृतकों की पहचान गेंजी निवासी ललित (42) पुत्र गैबीलाल ननोमा, बांसिया निवासी अजय (21) पुत्र खेमराज कोटेड, गुंडलारा निवासी हरीश गोदा (21) ओर रामलाल गोदा (25) की मौत हो गई। सभी मजदूर डूंगरपुर से गुजरात के मोडासा में स्थित पटाका फैक्ट्री में काम करने गए हुए थे। पुलिस हादसे के कारणों की जांच पड़ताल में जुट गई है।