प्रयागराज। राजस्थान के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने की मांग जोर पकड़ने लगी है। यहां अतीक अहमद को प्रयागराज की जिस सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया है, उस कोर्ट परिसर के बाहर वकील हाथों में बैनर पोस्टर लेकर एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने की मांग कर रहे हैं। पोस्टर्स में लिखा गया है कि कानपुर बार अध्यक्ष तुम संघर्ष करते रहो हम तुम्हारे साथ हैं। एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करो।
दरअसल उमेश पाल जिसकी हत्या और अपहरण में अतीक अहमद का हाथ था , वह भी एक वकील थे। उन्होंने राजू पाल जो बसपा नेता थे उनकी हत्या के खिलाफ उन्होंने सबूत पेश किए थे। जिस जिसके चलते अतीक अहमद ने उनकी हत्या करवा दी थी। अब आज जब इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ अहमदइस कोर्ट में पेश किए जा रहे हैं तो वकीलों ने कोर्ट परिसर के बाहर एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग उठाई।
अतीक ने कराई थी वकील उमेश पाल की हत्या
गौरतलब है कि एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने की मांग यूपी में लंबे समय से उठाई जा रही है लेकिन अभी इस तरफ सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया है। वकीलों का कहना है कि केस लड़ने को लेकर विपक्षी उन पर लगातार हमले करा रहे हैं जो कि रुकना चाहिए। वकीलों की मांगों को लंबे समय से नजरअंदाज किया जा रहा है। जिसके चलते उमेश पाल हत्याकांड को हमें देखना पड़ा लेकिन अब यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अतीक को उम्र कैद की सजा
बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद उसका भाई अशरफ अहमद समेत 11 लोग आरोपी बनाए गए थे। जिसमें से एक की मौत हो चुकी है। प्रयागराज की सीजेएम कोर्ट में अतीक अहमद समेत तीन लोगों को इस मामले का दोषी करार दिया और उम्र कैद की सजा दी। वहीं अशरफ अहमद समेत सात लोगों को बरी कर दिया।