Delhi Flood Crisis : नई दिल्ली। दिल्ली में यमुना नदी में जलस्तर घट रहा है और शहर में बाढ़ग्रस्त इलाकों में भी हालात में सुधार हो रहा। लेकिन शनिवार को कई इलाकों में फिर हुई बारिश ने लोगों की चिंता बढ़ा दी। दूसरी ओर राष्ट्रीय राजधानी में बाढ़ को लेकर सियासी पार चढ़ गया है। भाजपा और आप में आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं। दोनों पार्टियों ने एक दूसरे की सरकारों काे बाढ़ के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
मंडलायुक्त अश्वनी कुमार ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यमुना में जलस्तर घट रहा है और प्रभावित इलाकों में भी हालात में सुधार आ रहा है। ज्ञात रहे कि दिल्ली के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद यमुना में जलस्तर खतरे के निशान के पार चला गया जिससे कई इलाके जलमग्न हो गए। निचले इलाकों में रह रहे हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाना पड़ा। शनिवार सुबह 10 बजे तक जलस्तर कम होकर 207.43 मीटर पर पहुंचा।
जारी है आईटीओ बैराज के गेट खोलने की कवायद
यमुना में आए उफान के बाद नदी का पानी शहर के अंदर घुसने लगा था और कई इलाके जलमग्न हो गए, लेिकन यमुना से पानी आगे निकालने के लिए आईटीओ के पास बने बैराज के पांच गेट खुल ही नहीं सके। भारतीय सेना पहले से ही बैराज के गेट खोलने में जुटी है और शुक्रवार शाम एक गेट खुलने में सफलता हासिल की थी, लेकिन अभी भी चार गेट नहीं खोले जा सके थे।
BJP सरकारों ने जानबूझकर दिल्ली में छोड़ा पानी: आप
दिल्ली के कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने शनिवार को आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र और हरियाणा की सरकारों ने जानबूझकर राष्ट्रीय राजधानी की ओर पानी छोड़ा, जिसकी वजह से शहर में बाढ़ आई। उन्होंने कहा, हथिनी कुंड बैराज से तीन नहरों- पश्चिमी नहर, पूर्वी नहर और यमुना में पानी छोड़ा जाता है। नौ से 13 जुलाई के बीच षड़यंत्र के तहत यमुना नहर से केवल दिल्ली की ओर पानी छोड़ा गया।
बाढ़ ‘आप’ सरकार की निष्क्रियता व भ्रष्टाचार का नतीजा: भाजपा
भाजपा ने शनिवार को आरोप लगाया कि दिल्ली में बाढ़ के लिए यहां की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की निष्क्रियता और भ्रष्टाचार जिम्मेदार है। पार्टी ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद के जरीवाल स्थिति से निपटने में ‘असफल’ रहने के लिए जनता से माफी मांगे। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया और पार्टी सांसद प्रवेश साहिब सिहं वर्मा ने आरोप लगाया कि दिल्ली में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई क्योंकि केजरीवाल सरकार ने गत आठ साल में यमुना से गाद निकालने के लिए काम नहीं किया।
ये खबर भी पढ़ें:-ये हैं हाल-ए-विधायक…देश में 44 प्रतिशत MLAs पर आपराधिक मामले, दो प्रतिशत विधायक अरबपति