नई दिल्ली। भारतीय सेना को और ज्यादा शक्तिशाली बनाने के लिए डिफेंस मिनिस्ट्री ने बड़ा फैसला लिया है। रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को हथियारों की खरीद के लिए 70,500 करोड़ रुपए से ज्यादा के प्रस्तावों को मंजूरी दी है। यह पूरी खरीद ‘बाय’ (भारतीय आईडीडीएम) कैटेगरी के तहत होगी। यह सरकार के आत्मनिर्भर कार्यक्रम को बढ़ावा देगी। इसे लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई।
डिफेंस के अधिकारियों ने बताया कि रक्षा मंत्री की अध्यक्षता में डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल (डीएसी) ने एनओएन यानी एक्सेप्टेंस ऑफ नेसेसिटी दिया है। इससे तहत आर्मी के लिए 307 एडवांस्ड टाउड आर्टिलरी गन सिस्टम्स (ATAGS) की खरीद की जाएगी। ATAGS को डीआरडीओ ने विकसित किया है। भारत फोर्ज और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स इसमें प्रोडक्शन पार्टनर हैं।
सेना होगी और ज्यादा मजबूत, आत्मनिर्भर प्रोग्राम को प्रोत्साहन
डीएसी ने 200 से ज्यादा ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की खरीद के प्रस्ताव को भी हरी झंडी दी है। ये ज्यादा रेंज वाले होंगे। इनकी तैनाती नौसेना के युद्धपोतों पर होगी। अन्य युद्धपोतों के अलावा ये मिसाइलें चार प्रोजेक्ट-15बी डिस्ट्रॉयर के साथ सात प्रोजेक्ट-17ए फिग्रेट के लिए भी होंगी। चार प्रोजेक्ट 15बी-डिस्ट्रॉयर में दो आईएनएस विशाखापट्नम और आईएनएस मोरमुगाओ को कमीशन किया जा चुका है। सात प्रोजेक्ट 17ए फ्रिगेट में पांच को अब लॉन्च हो चुके हैं।