Rahul Gandhi on women’s reservation bill: बुधवार संसद के विशेष सत्र के तीसरे दिन लोकसभा में महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन विधेयक) पर बहस जारी है। इस बहस में हिस्सा लेते हुए राहुल गांधी ने कहा- मैं महिला आरक्षण बिल का समर्थन करता हूं। हम चाहते हैं कि महिला आरक्षण बिल में OBC को भी आरक्षण मिलना चाहिए।
बिल में दो चीज अजीब
राहुल गांधी ने कहा, ” ओबीसी रिजर्वेशन इस बिल में शामिल होना चाहिए. भारत की आबादी के बड़े हिस्से को आरक्षण मिलना चाहिए. जो इसमें नहीं है। मेरे अनुसार इस बिल में एक चीज ऐसी है जिससे ये अधूरा है। वो है ओबीसी रिज़र्वेशन। भारत की बड़ी महिला आबादी को इस रिज़र्वेशन में शामिल करना चाहिए था। इसके अलावा दो चीजें ऐसी हैं दो चीजें जो अजीब हैं- एक तो ये कि आपको इसे लागू करने के लिए जनगणना की जरूरत है और दूसरा परिसीमन।”
मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहते है- राहुल गांधी
राहुल ने आगे कहा कि “मुझे पता है मेरे दोस्त लोगों का अन्य मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहते हैं। निश्चित तौर पर अदानी मुद्दा जिससे हमेशा वो ध्यान हटाना चाहते हैं राहुल गांधी ने कहा, “ये एक अच्छी इमारत है, लेकिन मैं इस प्रोसेस में भारत की राष्ट्रपति को देखना चाहता था। वो एक महिला हैं और एसटी कम्युनिटी से आती हैं और ये अच्छा होता कि इस बदलाव में दिखतीं। बता दें कि राहुल गांधी नई संसद में पहली बार चर्चा में हिस्सा ले रहे हैं।
पंचायती राज था बड़ा कदम
महिला आरक्षण बिल पर लोकसभा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी बोले- ‘भारत की महिलाओं को सत्ता हस्तांतरित करने की दिशा में सबसे बड़ा कदम पंचायती राज था। जहां उन्हें आरक्षण दिया गया और बड़े पैमाने पर राजनीतिक व्यवस्था में प्रवेश करने की अनुमति दी गई। हर कोई इस बात का समर्थन करेगा कि यह हमारे देश की महिलाओं के लिए बहुत बड़ा कदम है।
OBC की भागीदारी को लेकर सवाल
संस्थाओं में OBC की भागीदारी को लेकर राहुल गांधी ने सवाल खड़े किए है, राहुल गांधी ने कहा है कि संस्थाओं में OBC की भागीदारी बढ़ानी होगी। देश में 90 में से सिर्फ 3 सेक्रेटरी OBC हैं, सरकार OBC की बात सुनना नहीं चाहती, जातीय जनगणना से ही हल निकलेगा, महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण दीजिए
बिल के लिए कितना लंबा इँतज़ार करना होगा?
इसके पहले कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी आरक्षण बिल का समर्थन किया और इसे पूर्व प्रधानमंत्री ‘राजीव गांधी का सपना’ बताया। आरक्षण तुरंत लागू करने की मांग करते हुए सोनिया गांधी ने कहा, “मैं सरकार से जानना चाहती हूं कि महिलाओं को इसके लिए कितना लंबा इँतज़ार करना होगा?”