जयपुर। देशभर में साइबर ठगी के आकड़े लगातार बढ़ते जा रहे हैं। रोज ठगों द्वारा नए-नए तरीके अपना कर लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा है। ऐसे में साइबर ठगी का शिकार होने से बचने के लिए सतर्कता बेहद जरुरी हैं। आज के दौर में डिजिटल पेमेंट ने साइबर ठगी को और भी आसान कर दिया है। आइए जानते है कैसे साइबर ठगी का शिकार होने से बचा जा सकता है।
अचानक आता है फोन
ठगों द्वारा किसी भी व्यक्ति को रैंडम फोन किया जाता हैं और लालच देकर बैंक की डिटेल्स मांग ली जाती हैं। ये ठग लोगों को अपनी बातों में फंसाकर ओटीपी भी प्राप्त कर लेते हैं और पलक झपकते ही उनका बैंक अकाउंट खाली हो जाता हैं।
पैसे देने से पहले करें सत्यापन
आज कल ठगों द्वारा लोगों के सोशल मीडिया अकाउंट को हैक करके उनके रिश्तेदारों से पैसे की मांग की जाती है। कई बार देखा गया है कि लोगों द्वारा संबधित व्यक्तियों को पैसे भेज दिए जाते है, लेकिन जब तक सच्चाई का पता चलता है तब तक देर हो चुकी होती है। इस लिए किसी व्यक्ति को पैसे भेजने से पहले फोन करके जरुर पता कर ले, उसके बाद ही पैसे भेजे।
इन बातों का रखें हमेशा ध्यान
- किसी भी तरह के ऑफर और लालच में न आएं।
- अच्छी तरह जांच पड़ताल करने के बाद ही किसी को बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करें।
- सोशल मीडिया प्लेटफॉम पर सुऱक्षा फीचर का इस्तेमाल करें। उदाहरण के लिए 2 स्टेप वेरीफिकेशन जैसे सिक्योरटी फीचर का उपयोग करें।
- ठगों द्वारा भेजे गए किसी भी लिंक पर क्लिक नहीं करें।
- हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि बैंक कर्मचारी ग्राहकों को कभी भी फोन करके ब्योरा नहीं मांगते।