Congress Sankalp Satyagraha : नई दिल्ली। राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द होने के विरोध में कांग्रेस आज देशभर में ‘संकल्प सत्याग्रह’ आंदोलन कर रही है। राहुल गांधी के प्रति एकजुटता प्रकट करते हुए देशभर में सभी राज्यों व जिला मुख्यालयों पर कांग्रेस ने महात्मा गांधी की प्रतिमाओं के समक्ष विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया है। कांग्रेस का ‘संकल्प सत्याग्रह’ आंदोलन सुबह 10 बजे आरंभ हुआ, जो शाम पांच बजे तक चलेगा। राजधानी दिल्ली में राजघाट पर प्रदर्शन की अनुमति नहीं मिलने के बाद भी कांग्रेस नेता जुटने शुरू हो गए है।
‘संकल्प सत्याग्रह’ में शामिल होने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, सोनिया गांधी, जयराम रमेश, केसी वेणुगोपाल, जगदीश टाइटलर सहित कांग्रेस के बड़े नेता राजघाट पहुंच चुके है। सीएम अशोक गहलोत भी ‘संकल्प सत्याग्रह’ में शामिल होंगे। सीएम गहलोत सुबह 10 बजे जयपुर से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। मुख्यमंत्री सुबह 11.15 बजे दिल्ली पहुंचने के बाद बाद राजघाट पहुंचेंगे और कांग्रेस के संकल्प सत्याग्रह में शामिल होंगे।
मानहानि के केस का तमाशा कर रही बीजेपी
राजघाट पहुंचने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि राहुल गांधी ने जब इस मुद्दे को उठाया तो उन्हें दबाने के लिए बीजेपी मानहानि के केस का तमाशा कर रही हैं। ये एक साजिश है जिसके खिलाफ राहुल गांधी लड़ रहे हैं। पूरी कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी है। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि जहां हमने त्रुटियां पाई हैं वहां हमें उम्मीद है कि हाई कोर्ट से राहत मिलेगी। न्यायपालिका में हमें विश्वास है। यह मामला सिर्फ उस फैसले के बारे में नहीं, भारत के लोकतंत्र पर क्या प्रभाव पड़ रहा है उसपर है। क्या लोकतंत्र में ऐसा होना चाहिए?
पुलिस ने राजघाट पर प्रदर्शन की नहीं दी अनुमति
दिल्ली पुलिस ने राजघाट पर प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि क्षेत्र में धारा 144 लागू है और कानून व्यवस्था के साथ ही ट्रैफिक को देखते हुए प्रदर्शन की अनुमति नही दी गई है। लेकिन, राजघाट पर कांग्रेस नेताओं को जमावड़ा लगना शुरू हो गया है।
कल से देश में जन आंदोलन की तैयारी
कांग्रेस ने सोमवार से देश में जन आंदोलन शुरू जाने के भी संकेत दिए हैं। इसके लिए कांग्रेस ने सोमवार को संसद और सड़क पर विरोध-प्रदर्शन की रणनीति बनाई है। कांग्रेस का कहना है कि सोमवार को पार्टी की ओर से जोरदार प्रदर्शन दिखेगा, जिसे लेकर रणनीति को अंतिम रूप दिया जा रहा है। राहुल के सदस्यता जाने के बाद कांग्रेस के तेवरों से साफ है कि बची अवधि में सत्र का चलना मुश्किल है।