उदयपुर। उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे ट्रेक पर पुल को उड़ाने के मामले में पुलिस ने UAPA के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इसके साथ ही ट्रैक पर ट्रेनों का आवागमन फिर से शुरू करवा दिया गया है। लेकिन अभी सिर्फ मालगाड़ियों को इसके लिए अनुमति मिली है। पैसेंजर ट्रेनों को अभी इस ट्रैक पर बहाल नहीं किया गया है। वहीं अज्ञात अपराधियों के खिलाफ पुलिस ने UAPA की धारा 16 और 18 के तहत केस दर्ज किया है। बता दें कि यह मामला उदयपुर-सलम्बूर मार्ग पर केवड़े की नाड में स्थित रेलवे पुल पर हुआ था। अब तक हुई जांच में सामने आय़ा है कि इस ट्रैक को ब्लास्ट कराने के लिए अज्ञातों ने सुपर पॉवर 90 कैटेगरी का विस्फोटक का इस्तेमाल किया था।
आपको बता दें कि सुपर पॉवर 90 पैकेज्ड इमल्शन विस्फोटक है। जो कि अव्वल दर्जे का एक बेहद खतरनाक विस्फोटक माना जाता है। इस विस्फोटक के बारे में भी जांच टीमें विश्लेषण कर रही हैं। आपको बता दें कि इस विस्फोटक का इस्तेमाल नोएडा के ट्विन टॉवर को गिराने के लिए किया गया था। इस उदाहरण से आप समझ सकते हैं कि यह विस्फोटक कितना खतरनाक साबित हो सकता है।
ट्रैक पर कम होता है ट्रेनों का आवागमन
जानकारी के मुताबिक ओडा पुल के पास रात को रेल पटरी क्षतिग्रस्त मिली। कई जगह से नट-बोल्ट गायब मिले। वहीं, पटरी के बीच लगी लोहे की प्लेट भी उखड़ी हुई मिली। घटना डूंगरपुर रेलवे स्टेशन के नजदीक बने ओडा पुल की है। इस ट्रैक पर ट्रेनों का आवागमन कम होने के कारण बड़ा हादसा टल गया। रेलवे अधिकारियों ने पुल के दुरुस्त नहीं होने तक ट्रेनों का संचालन रोक दिया गया था। बता दें कि 31 अक्टूबर को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मानगढ़ धाम के दौरे पर आए थे। उन्होंने उस समय रेल लाइन का उद्घाटन किया था।
जगह-जगह पटरी के नट-बोल्ट मिले गायब
बता दें कि बीती देर रात ग्रामीणों ने पुल पर हल्के धमाके की आवाज सुनी। इसके बाद अल सुबह ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो रेल पटरी क्षतिग्रस्त देख चौंक गए। रेल पटरी पर जगह-जगह नट-बोल्ट गायब मिले और पटरी के बीच लगी लोहे की प्लेट भी उखड़ी हुई मिली है। इसके बाद ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा को इस बारे में सूचना दी। साथ ही रेलवे अधिकारियों को घटना के बारे में अवगत कराया। सूचना पर जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा सहित आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और जानकारी जुटाई। फिलहाल, पुल को ठीक करने का काम जारी है।
हो सकता था बड़ा हादसा
उदयपुर-अहमदाबाद आमान परिवर्तन मार्ग पर बारूद के टोटे से पुल को उड़ाने की साजिश की गई थी। इसी मार्ग पर रविवार सुबह 10.30 बजे असरवा से उदयपुर के लिए ट्रेन आने वाली थी। लेकिन जानकारी मिलते ही ट्रेन को डूंगरपुर रेलवे स्टेशन पर रोका गया है। अगर समय रहते इस बारे में जानकारी नहीं मिल पाती तो बड़ा ट्रेन हादसा हो सकता था। अब ट्रेन में सवार यात्रियों को बस से उदयपुर लाया जाएगा।
सीएम बोले- घटना चिंताजनक
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया कि उदयपुर-अहमदाबाद रेल मार्ग के ओडा रेलवे पुल पर रेल पटरियों को नुकसान पहुंचाने की घटना चिंताजनक है। पुलिस व प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर हैं। डीजी पुलिस को घटना की तह तक जाने के निर्देश दिए हैं। रेलवे को पुल के पुनर्संचालन में पूर्ण सहयोग किया जाएगा। इस मार्ग के रेल यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने सीएम पर उठाए सवाल
उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे ट्रैक को उड़ाने की साजिश पर भाजपा ने राजस्थान सरकार पर कड़ा निशाना साधा है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि 31 अक्टूबर पर इस रेलवे ट्रैक पर काम शुरू हो गया था। लेकिन जब इस तरह की घटना हो जाती है तो लोगों में एक तरह का डर बैठ जाता है। इससे प्रदेश की कानून व्यवस्थआ पर भी गंभीर सवाल खड़ा होता है। प्रदेश में इंटेलिजेंस पूरी तरह से फेल होते नजर आ रहे हैं। क्या उन्हें इस तरह की कोई वारदात की किसी भी तरह का भनक नहीं लगी। इस बारे में प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जवाबदेह होना चाहिए।