कोलकाता। पश्चिम बंगाल के हावड़ा में रामनवमी के दिन हिंसा भड़कने का सिलसिला अभी थमा नहीं है। रामनवमी के दिन जब यहां शोभायात्रा निकाली जा रही थी तो मुस्लिम बहुल बस्ती में छतों पर से यात्रा पर पथराव किया गया, आज सुबह फिर से पथराव किया गया। मुस्लिम समुदाय ने हिंदुओं की बस्ती पर, उनके घरों पर पत्थरों से हमला किया। हालत गंभीर देखते हुए RAF को मोर्चा संभालना पड़ा।
इस मामले को लेकर भाजपा नेता और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है। सोमवार को इस पर सुनवाई होगी। अधिकारी ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है , साथ ही NIA जांच की भी मांग की है। शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि प्रदेश में हिंसा के लिए सिर्फ और सिर्फ सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और ममता बनर्जी की सरकार जिम्मेदार है। इस घटना में टीएमसी के गुंडे शामिल हैं। जानबूझकर उन्होंने हिंदू समुदाय के लोगों को निशाना बनाया है
राजनीतिक बदला ले रही हैं CM ममता बनर्जी
शुभेंदु ने कहा कि शोभायात्रा पर इस समुदाय के लोगों ने पेट्रोल बम से भी हमला किया। ममता बनर्जी सिर्फ हिंदुओं से बदला लेना चाहती हैं। वह राजनीति कर रही हैं। बीते साल जो बोगटुई में में हिंसा हुई थी और हाल ही में मुर्शिदाबाद के सागर्दिघी विधानसभा सीट पर उपचुनाव में हारने के बाद टीएमसी इस तरह की घटना को अंजाम दे रही है। उससे सिर्फ और सिर्फ मुस्लिम वोटों को अपने पास बटोरना चाहती है।
अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से राज धर्म का पालन करने को कहा। उन्होंने पुलिस पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि इस दंगे को लेकर जिन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है उनमें से 28 हिंदू हैं जबकि 7 लोग मुस्लिम हैं। जिन्होंने हमला किया है उनको तो पुलिस बचा रही है सिर्फ हिंदुओं को गिरफ्तार कर रही है।
कल रामनवमी की शोभायात्रा पर हुआ था पथराव, भड़की हिंसा
हावड़ा के शिवपुर थाना इलाके के काजीपाड़ा में वीएचपी, बजरंग दल और अंजनी पुत्र सेना की तरफ से बीती शाम को रामनवमी के उपलक्ष्य में शोभायात्रा निकाली जा रही थी। जब मुस्लिम बहुल इलाके से यात्रा निकली, तो मुस्लिम समुदाय के लोगों ने छत पर से शोभायात्रा पर पथराव किया। जिसके बाद हिंसा भड़क गई।
इस हंगामे में 15 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। उपद्रवियों ने आगजनी भी की। कई वाहनों में उन्होंने आग लगा दी, पुलिस के वाहनों को भी नहीं बख्शा, साथ ही कई दुकानों में, घरों में तोड़फोड़ भी की है। जिससे इलाके में खौफ का माहौल है। लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। छोटी -छोटी चीजों के लिए भी अब उन्हें तरसना पड़ रहा है। इलाके में तनाव को देखते हुए भारी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।