Bihar Political Crisis : बिहार में महागठबंधन के फ्लोर टेस्ट से पहले ही RJD नेताओं के घर पर छापेमार कार्रवाई शुरु हो गई है। RJD नेताओं ने इसे राजनीति से प्रेरित कार्रवाई करार दिया है। सीबीआई ने राबड़ी देवी के मुख्य सचिव समेत 5 नेताओं पर कार्रवाई की है। उन पर CBI औऱ ED कई आरोपों पर कार्रवाई कर रही है।
ये है पूरा मामला
दरअसल CBI ने इन नेताओं पर नौकरी के बदले जमीन और रेलवे भर्ती घोटाले के संबंध में आरोप दायर किए हैं। दरअसल ये मामला साल 2004 से 2009 का है। इस वक्त लालू यादव केंद्रीय रेल मंत्री थे। उन पर आरोप है कि रेलवे भर्ती के लिए उन्होंने नौकरी के बदले जमीन की मांग की थी। इसी मामले में सीबीआई ने लालू यादव, उनकी पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, उनकी बेटी मीसा भारती और कई RJD के नेताओं के खिलाप केस दर्ज किया था। इसी मामले में CBI पहले भी मई के महीने में एक साथ 17 ठिकानों पर छापेमारी की थी। तो अब आज विधानसभा में फ्लोर टेस्ट से पहले ही सुबह सुबह CBI ने रेड मार दी।
विधानसभा स्पीकर विजय सिन्हा ने दिया इस्तीफा
आज बिहार विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया था। जिसके बाद हंगामें के बीच सभा की कार्यवाही शुरू हुई। इस दौरान भाऱी हंगामें के बीच स्पीकर विजय सिन्हा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इससे पहले उन्होंने सदन में कहा कि उन्होंने जब तक कार्य किया नियमों के अंदर रहकर किया। लेकिन सरकार गिरने के बाद अब मुझसे इस्तीफे की मांग की जा रही है। ये कुर्सी पंच परमेश्वर है, सभापति पर संदेह जताकर ये लोग क्या संदेश देना चाहते हैं, फैसला तो जनता को लेना है। उन्होंने कहा कि मैंने इस्तीफा नहीं दिया तो वो मेरे खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ले आए। यह सब करने की जरूरत नहीं है। मैं अपना इस्तीफा दे देता हूं। इसके बाद उन्होंने अपने इस्तीफे का ऐलान कर दिया। स्पीकर के इस्तीफा देने के बाद विधानसभा की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया।
CBI की रेड जारी
जिनके आवास पर छापेमारी हुई है उनमें बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी के निजी सचिव नागमणि यादव भी शामिल हैं। RJD के विधायक सुनील सिंह, राज्यसभा सांसद अशफाक करीम, सांसद फैयाज अहमद बिस्फी, सुबोध राय शामिल हैं। इन नेताओं ने ED-CBI की इस छापेमारी को भाजपा की साजिश करार दिया है। वहीं दूसरी तरफ पटना समेत CBI की 24 ठिकानों पर रेड जारी है।