CWC : नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पदभार संभालने के करीब 10 महीने बाद रविवार को कार्य समिति का पुनर्गठन किया, जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को तरजीह दी गई है। उदयपुर चिंतन शिविर में किए गए वादे कि 50 प्रतिशत स्थान 50 वर्ष से कम आयु वालों को दिए जाएंगे, पूरा होता नजर नहीं आया। हालांकि, सचिन पायलट, शशि थरूर और कई अन्य नेताओं को पार्टी की इस सर्वोच्च नीति निर्धारक इकाई में पहली बार स्थान मिला है। कार्यसमिति में इस बार कांग्रेस शासित किसी राज्य के मुख्यमंत्री को शामिल नहीं किया गया है।
पहले सामान्यत: कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों में से वरिष्ठ नेताओं को कार्यसमिति में स्थान दिया जाता रहा है। मौजूदा समय में कांग्रेस की चार राज्यों कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश में सरकारें हैं। इनमें राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया की गिनती पार्टी के वरिष्ठतम नेताओं में होती है। कार्य समिति में शामिल आनंद शर्मा, मनीष तिवारी और थरूर कभी उस ‘जी 23’ समूह का हिस्सा थे, जिसने लगभग तीन साल पहले सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़े किए थे। कार्यसमिति में कुल 15 महिलाओं को स्थान मिला है।
मनमोहन सिंह सबसे बुजुर्ग सदस्य
पार्टी ने अपनी कार्यसमिति में हमेशा की तरह वरिष्ठ नेताओं को तरजीह दी है। इसमें शामिल पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की उम्र 90 साल है, तो वरिष्ठ नेता एके एं टनी 82, अंबिका सोनी 80 और मीरा कु मार 78 साल की हैं।
‘50 अंडर 50’ का वादा नहीं हुआ पूरा
कांग्रेस ने उदयपुर के अपने ‘चिंतन शिविर’ और रायपुर के महाधिवेशन में भले ही संगठन के सभी स्तरों पर 50 प्रतिशत स्थान 50 साल से कम उम्र के नेताओं को देने (50 अंडर 50) के फाॅर्मूले की बात की हो, लेकिन इस कार्यसमिति में जिन 39 सदस्यों को शामिल किया गया, उनमें सिर्फ तीन नेता ही 50 वर्ष से कम उम्र के हैं। ये पायलट, गौरव गोगोई और कमलेश्वर पटेल हैं। जहां पायलट 46 वर्ष के हैं, वहीं गौरव गोगोई 43 और कमलेश्वर पटेल 49 साल के हैं।राहुल गांधी 53 साल व प्रियंका गांधी 51 साल की हैं।
ये खबर भी पढ़ें:-खरगे की नई टीम में शशि थरूर और सचिन पायलट…देखें-CWC की नई लिस्ट में किस-किसको मिली जगह?