Ashok Gehlot Gujarat Visit : गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर अब कांग्रेस की तैयारी तेज हो गई है। गुजरात चुनाव के पर्यवेक्षक बनाए गए राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत धुआंधार गुजरात का दौरा कर रहे हैं। बीते सोमवार को वे गुजरात के अहमदाबाद गए थे। आज उन्होंने वहां गुजरात चुनाव के घोषणा पत्र को लेकर प्रेस कांफ्रेंस की । इसमें उन्होंने मुद्दों पर खुलकर बात की।
‘गुजरात में बदलाव चाहती है जनता’
अशोक गहलोत ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि हमारा मुख्य मुद्दा चुनाव जीतना है। पिछले चुनाव के वक्त राहुल गांधी ने अपने 3 महीने गुजरात को दिए, जिस समय भाजपा का गुजरात में गढ़ हुआ करता था। अब उसका परिणाम सामने आ रहा है। खोखले गुजरात मॉडल की पोल खुलती नजर आ रही है। कांग्रेस के मुख्य सिद्धांत के अनुसार ही प्रदेश में कार्य किया गया। जिसमें राहुल गांधी और सोनिया गांधी का मुख्य योगदान हैं। गहलोत ने कहा कि गुजरात की जनता के भाजपा के 27 साल देख लिए हैं, अब जनता मूड बदलेगी, और कांग्रेस को मौका देगी।
‘गुजरात सरकार पर दबाव बनाए जनता’
गुजरात की जनता सरकार पर दबाव बनाए, यहां के युवा नौकरी के लिए तरस रहे हैं। उन्हें रोजगार नहीं मिल पा रहा है। पूरे देश में हमने बेहद शानदार जनहित में चिरंजीवी योजना बनाई, भाजपा का आयुष्मान भारत तो देश के आधे लोगों को भी कवर नहीं कर रहा है। जबकि हमारी योजना ने प्रदेश के लगभग सभी लोगों को कवर किया है। इस तरह की स्वास्थ्य सेवा देश में ही नहीं शायद पूरे विश्व में अपनी तरह की एक योजना है। इसे हमने प्रधानमंत्री से भी देश में लागू करने के लिए कहा था, लेकिन मेरी बात का कोई जवाब नहीं दिया गया।
राजस्थान की लगभग सभी योजनाएं गुजरात के घोषणा पत्र में होंगी शामिल
हमने राजस्थान में राज्य कर्मचारियो के लिए जो सुविधाएं दी हैं और दी जाएंगी जो गुजरात के कांग्रेस के घोषणापत्र में भी शामिल होगी। इंदिरा गांधी के नाम से नरेगा की तर्ज पर स्वरोजगार योजना लागू करने जा रही है। जिसे भी गुजरात में लागू किया जाएगा। इसके अलावा इंदिरा रसोई योजना जो राजस्थान में लागू है, वह भी घोषणा पत्र में शामिल होगा। राजस्थान की तर्ज पर ही गुजरात में ही गांव-गांव में सराकारी अंग्रेजी स्कूल खोले जाएंगे। प्रदेश में हर ब्लॉक के अंदर RIICO है उसी तर्ज पर गुजरात में भी लगाएंगे।
फ्री की रेवड़ी नहीं…जनकल्याणकारी योजनाएं हैं
महंगाई को रोकने के लिए कई स्कीमों को गुजरात के घोषणा पत्र में शामिल किया जाएगा। सोशल सिक्योरिटी आज की सबसे बड़ी मांग है, उस पर हमारी सरकार काम कर रही है। उसे राजस्थान और गुजरात दोनों में ही लागू किया जाएगा। फ्री की रेवड़ी पर उन्होंने कहा कि ये रेवड़ियां नहीं है। ये जनकल्याणकारी योजनाएं हैं, सुप्रीम कोर्ट में यह मामला लंबित हैं। इस पर ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहूंगा। जातिगत राजनीति पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस जातिगत राजनीति से कोसों दूर है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण राजस्थान विधानसभा वे खुद हैं। वहां उनके समाज का सिर्फ एक ही विधायक है, जो वे खुद हैं।
अध्यक्ष पर के नाम पर बोले गहलोत
अध्यक्ष पद पर नाम को लेकर उन्होंने बोला कि मैं तो ये बात मीडिया से ही सुन रहा हूं, अभी तक मुझे किसी और से ये बात नहीं सुनाई दी। मुझे जो आलाकमान ने जो पद और जिम्मेदारी दी है, मैं बस उसे ही निभा रहा हूं।