नई दिल्ली। सनातन पर विवादास्पद बयानों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। उदयनिधि के बाद अब कांग्रेस सरकार के पूर्व मंत्री और डीएमके सांसद ए राजा (A Raja) ने सनातन धर्म के खिलाफ जहर उगला है। डीएमके सांसद ए राजा ने सनातन की तुलना एचआईवी से करते हुए कहा कि ये धर्म सामाजिक बीमारी है। वहीं, बिहार में सत्ताधारी गठबंधन में शामिल आरजेडी नेता जगदानंद ने कहा कि तिलक लगाकर घूमने वालों ने भारत को गुलाम बनाया है। लेकिन, देश में मंदिर बनाने से काम नहीं चलने वाला है।
डीएमके सांसद ए राजा ने मीडिया से रुबरु होते हुए कहा कि सनातन पर उदयनिधि का रुख नरम था। लेकिन, सनातन धर्म की तुलना सामाजिक कलंक वाली बीमारियों से की जानी चाहिए। ए राजा ने कहा कि सनातन की तुलना एचआईवी और कुष्ठ रोग जैसे सामाजिक कलंक वाली बीमारियों से की जानी चाहिए।
तिलक लगाकर घूमने वालों ने देश को बनाया गुलाम
इधर, आरजेडी नेता जगदानंद सिंह ने बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि तिलक लगाकर घूमने वालों ने भारत को गुलाम बनाया है। मंदिर बनाओ और मस्जिद तोड़ो…ऐसी सोच से देश नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि देश गुलाम किस समय हुआ? क्या उस समय कर्पूरी ठाकुर, लालू प्रसाद, राम मनोहर लोहिया जैसे नेता थे।
स्टालिन ने दिया था ये विवादित बयान
इससे पहले तमिलनाडु सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने चेन्नई में 2 सितंबर को आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया और कोरोना से की थी। उदयनिधि ने कहा था कि मच्छर, डेंगू, फीवर, मलेरिया और कोरोना ये कुछ ऐसी चीजें हैं, जिनका केवल विरोध नहीं किया जा सकता, बल्कि उन्हें खत्म करना जरूरी होता है। इसके बाद रविवार शाम को उदयनिधि ने चेन्नई में पत्रकारों से चर्चा को दौरान कहा कि वह अपने बयान पर कायम हैं। लोगों ने इसे बेवजह नरसंहार से जोड़ा है।
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