नई दिल्ली। आज संसद के दोनों सदनों में राहुल गांधी के लंदन में दिए गए बयान का मामला छिड़ा हुआ है। इस मामले को लेकर पक्ष विपक्ष ने इतना ज्यादा हंगामा किया, कि सदन को दोपहर 2:00 बजे तक स्थगित करना पड़ा। राहुल गांधी के बयान को लेकर कांग्रेस और भाजपा अपने-अपने तर्क-वितर्क दे रहे हैं लेकिन यहां समझने वाली बात यह है कि आखिर राहुल गांधी ने लंदन में ऐसा क्या कह दिया जिस पर भाजपा और केंद्र सरकार इतनी बिफरी हुई है।
इन बातों पर केंद्र जता रहा आपत्ति
दरअसल राहुल गांधी ने अपने 7 दिवसीय ब्रिटेन दौरे पर लंदन के कैंब्रिज यूनिवर्सिटी भी गए थे, यहां उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित भी किया था। मुख्य इन बातों पर केंद्र सरकार और भाजपा ने आपत्ति जताई है।
1- राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा था कि भारत में अब कई स्वतंत्र संस्थान की आजादी खतरे में है। वहां की केंद्र सरकार इन संस्थानों पर कब्जा जमा चुकी है। जिससे भारत का लोकतंत्र प्रभावित हो रहा है। राहुल गांधी ने संसद, न्यायपालिका, चुनाव आयोग यहां तक कि मीडिया पर भी केंद्र सरकार के कब्जे का आरोप लगाया।
2- राहुल गांधी ने विपक्ष की आवाज को दबाने का भी केंद्र पर आरोप लगाया। उन्होंने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में कहा था कि आज हालात यह हैं कि संसद के अंदर विपक्ष को बोलने का मौका तक नहीं दिया जाता। एक स्वस्थ लोकतंत्र में विपक्ष का होना बेहद जरूरी है जो कि भारत में लगातार खत्म होता जा रहा है।
3- राहुल गांधी ने RSS का नाम लेकर कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में कहा था कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से आज भारत को सबसे बड़ा खतरा है। यह कैसा संगठन है जो अपनी कट्टरपंथी और फासीवादी सोच को पूरे भारत पर थोपना चाहता है और यहां के स्वतंत्र संस्थान पर कब्जा करना चाहता है।
4- राहुल गांधी ने कहा कि भारत में माइनॉरिटी को यानी अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जाता है उन पर हमले किए जाते हैं, उनसे गलत व्यवहार किया जाता है, उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की जाती है।
5-राहुल गांधी ने पेगासस मुद्दे पर भी कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में बात की। उन्होंने कहा कि यहां की सरकार उनके फोन में पेगासस जैसा सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करवाती है और फिर जासूसी करवाती है और यह सिर्फ मेरे साथ ही नहीं कई नेताओं के साथ हो चुका है। खुद खुफिया विभाग ने इसकी जानकारी दी है।
सच्चाई कहना अपराध नहीं
राहुल गांधी की मुख्य इन पांच बातों को लेकर ही संसद से लेकर सड़क तक हंगामा बरपाया हुआ है। एक तरफ जहां केंद्र सरकार इन मुद्दों पर राहुल गांधी से सदन में देश से माफी मांगने को कह रही है, तो दूसरी तरफ कांग्रेस समेत समूचा विपक्ष इन आरोपों को नकार रहा है। उनका कहना है कि राहुल गांधी ने ऐसा कुछ भी नहीं कहा जिससे देश का अपमान हुआ है उन्होंने सिर्फ सच्चाई कही है और सच्चाई कहना कोई अपराध नहीं होता।