हिमाचल में फिर दिखा कुदरत का रौद्र रूप, ताश के पत्तों की तरह ढही 7 बहुमंजिला इमारतें

हिमाचल प्रदेश में एक फिर कुदरत का रौद्र रूप दिखाई दिया। कुल्लू में 7 बहुमंजिला इमारतें ताश को पत्तों की तरह ढह गई।

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buildings collapsed in Kullu : शिमला। हिमाचल प्रदेश में एक फिर कुदरत का रौद्र रूप दिखाई दिया। कुल्लू में 7 बहुमंजिला इमारतें ताश को पत्तों की तरह ढह गई। कुदरत के इस कहर का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें दिख रहा है कि चंद सेंकेंड में ही बहुमंजिला इमारतें जमींदोज हो गई। हालांकि, कोई जनहानि की सूचना नहीं है। क्योंकि प्रशासन ने इन घरों को पहले ही खाली करा लिया था।

जानकारी के मुताबिक हिमाचल प्रदेश के जिले कुल्लू के आनी में लगातार हो रही बारिश के बाद वहां के बाजार का बड़ा हिस्सा भूस्खलन की चपेट में आ गया। ऐसे में 7 बहुमंजिला इमारतें भरभरा का नीचे गिर गई। हादसा आज सुबह करीब 9 बजे हुआ। बता दें कि आनी बस स्टैंड के पास कई बिल्डिंगों के गिरने का खतरा बना हुआ था। ऐसे में प्रशासन ने एक सप्ताह पहले ही यहां से लोगों सुरक्षित स्थान पर भेज दिया था। क्योंकि जुलाई महीने के भारी बारिश के बाद यहां जमीन धंसनी शुरू हो गई थी। बता दें कि पहाड़ों पर इस बार बारिश में भारी तबाही मची है। इसी तरह की तस्वीरें प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी सामने आ रही हैं।

भारी बारिश के कारण कुल्लू-मंडी राजमार्ग क्षतिग्रस्त

कुल्लू-मंडी राजमार्ग जिले में भारी बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हो गया। मार्ग पर सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं। यात्रियों ने बताया कि करीब 5-10 किलोमीटर तक लंबा ट्रैफिक जाम है। हमारे पास खाने या पीने के लिए कुछ भी नहीं है। लोग यहां भूखे मर रहे हैं। जाम जल्द ही साफ किया जाना चाहिए। प्रदेश में पिछले 36 घंटे से लगातार बारिश हो रही है। दो जगह बादल फटे हैं, जबकि जगह-जगह पर भूस्खलन हुआ है। इस बीच, एक अधिकारी ने कहा कि लोक निर्माण विभाग जल्द से जल्द यातायात के सामान्य प्रवाह को बहाल करने की कोशिश कर रहा है। कुल्लू और मंडी को जोड़ने वाली सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है। पंडोह के माध्यम से एक वैकल्पिक मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गया है। इसलिए यातायात की आवाजाही बाधित हो गई है।

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