200 करोड़ की शादी…हवाला से भूगतान, फिर पड़ी ED की नजर, कैसे ऑनलाइन सट्टा बाजार का किंग बना सौरभ चंद्राकर

फरवरी 2023 में एक शादी ने सभी को चौंका दिया। इस शादी समारोह में 200 करोड़ रुपये खर्च किए गए। परिवार के सदस्यों को नागपुर से यूएई तक ले जाने के लिए, निजी जेट किराए पर लिए गए थे।

Rajasthan Police 17 | Sach Bedhadak

Saurabh Chandrakar of Mahadev Satta App: फरवरी 2023 में एक शादी ने सभी को चौंका दिया। इस शादी समारोह में 200 करोड़ रुपये खर्च किए गए। आरोप लगाया गया कि फरवरी 2023 में चंद्राकर ने यूएई में शादी की और इस विवाह समारोह के लिए महादेव एपीपी के प्रमोटरों ने लगभग 200 करोड़ रुपये नकद खर्च किए। परिवार के सदस्यों को नागपुर से यूएई तक ले जाने के लिए, निजी जेट किराए पर लिए गए थे।

कौन हैं सौरभ चंद्राकर?

बताया जा रहा है कि सौरभ चंद्राकर छत्तीसगढ़ के भिलाई का रहने वाला है। उसके पिता नगर निगम में पंप ऑपरेटर थे। सौरभ की जूस की दुकान भी थी। 2019 में वह दुबई गया और अपने दोस्त रवि उत्पल को भी बुलाया। इसके बाद उन्होंने महादेव ऐप लॉन्च किया और फिर धीरे-धीरे ऑनलाइन सट्टेबाजी बाजार में बड़ा नाम बन गए। महादेव सट्टा एप प्रवर्तन निदेशालय की नजरों में आ गया। इसके बाद कार्रवाई करते हुए ईडी ने लगातार पूछताछ और गिरफ्तारी करना शुरु कर दी।

शादी में खर्च किए गए थे 200 करोड़ रुपए

यह आरोप लगाया गया था कि “फरवरी 2023 में, चंद्राकर ने आरएके, यूएई में शादी की और इस विवाह समारोह के लिए, महादेव एपीपी के प्रमोटरों ने लगभग 200 करोड़ रुपये नकद खर्च किए। परिवार के सदस्यों को नागपुर से यूएई तक ले जाने के लिए, निजी जेट किराए पर लिए गए थे।”

शादी में मशहूर हस्तियों ने शिरकत की

इस शादी में कई मशहूर हस्तियां शामिल हुईं। वेडिंग प्लानर, डांसर, डेकोरेटर आदि को मुंबई से हायर किया गया था। नकद भुगतान करने के लिए हवाला का उपयोग किया गया। ईडी ने कहा कि डिजिटल साक्ष्य के अनुसार, “योगेश पोपट की एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी – आर -1 इवेंट्स प्राइवेट लिमिटेड को हवाला के माध्यम से 112 करोड़ रुपये दिए गए थे और एईडी में नकद भुगतान करके 42 करोड़ रुपये की होटल बुकिंग की गई थी।

छत्तीसगढ़ में कई लोग गिरफ्तार

ईडी ने इस मामले में हाल ही में छत्तीसगढ़ पुलिस के सहायक उपनिरीक्षक चंद्रभूषण वर्मा, एसोसिएट कमिश्नर अभिषेक चंद्राकर, सुपरवाइजर अनिल दम्मानी और सुनील दम्मानी को गिरफ्तार किया था. महादेव बुक से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भी विनोद वर्मा से पूछताछ की गई।