कोरोना के मामले आए दिन देश में बढ़ते जा रहे हैं। डॉक्टर्स कोरोना बढ़ने की वजह कोविड-19 के वैरिएंट XBB.1.16 को बता रहे हैं। भले ही देश में अधिक लोगों ने वैक्सीन लगवा ली हो। लेकिन लोग अभी भी कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। जो सबसे ज्यादा इस वैरिएंट की चपेट में आ रहे हैं वो हैं बच्चें। ऐसे में परिजनों को बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति गंभीर होने की जरूरत है।
बच्चों में दिख रहे हैं ये लक्षण
अगर बच्चों को बुखार या शरीर गर्म लगे। सर्दी और खांसी या डायरिया हो तो ये कोरोना होने के सबसे पहले लक्षण हैं। इसके अलावा आंखों का लाल होना और खुजली होना कोरोना के बेसिक लक्षणों में शामिल है।
इन बातों को भी रखे ख्याल
डॉक्टर्स का कहना है कि इस फ्लू के लक्षण ज्यादातर लो-ग्रेड फ्लू जैसे होते हैं। सांस की नली में पानी आना, गले में खराश, धीमी गति से बढ़ने वाला बुखार जो एक या दो दिनों तक रहता है। इसके लक्षणों में शामिल है, आपको सूंघने में दिक्कत हो सकती है। अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण आपको दिखें तो जल्द ही डॉक्टर को दिखाएं।
कितना खतरनाक है ये वायरस
हालांकि, इस वायरस के वैरिएंट से प्रभावित होने वाले बहुत कम लोग ही अस्पताल में भर्ती हुए थे। इसलिए ये कहा जा रहा है कि, ये वैरिएंट इतना खतरनाक नहीं है। डॉक्टरों का कहना है कि हाईब्रिड इम्युनिटी में शरीर एंटीबॉडी विकसित करता है जो वायरस के म्यूटेशन से लड़ने में मदद करता है। यह देखा गया है कि कोविड के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन हाइब्रिड इम्युनिटी के कारण वे बड़े पैमाने पर अस्पताल में भर्ती नहीं होंगे।