इन दिनों बदलती लाइफस्टाइल के कारण लोगों को काफी बीमारियां लगी रहती हैं। इनमें से एक है, सिर में दर्द लेकिन हर सर दर्द एक जैसा नहीं होता है। सर दर्द के कई प्रकार होते हैं, इनमें से एक है माइग्रेन (Migraine)इसमें आपके सिर का आधा हिस्सा काफी तेज दर्द करता है। इस बीमारी में सिर का दर्द इस हद तक बढ़ जाता है कि, इसे सह पाना बहुत मुश्किल हो जाता है। आज हम जानेंगे की आखिर माइग्रेन और कैसे करे इससे बचाव।
क्या हैं माइग्रेन(Migraine) के लक्षण
माइग्रेन का सबसे पहला लक्षण है सिर दर्द के समय लाइट से तकलीफ होना। साथ ही सिर में किसी एक प्वॉइट पर बहुत तेज दर्द उठना अगर आपको भी ऐसे लक्षण दिखाई देते हैं तो समझ जाइए कि आपको माइग्रेन है।
जिस व्यक्ति को माइग्रेन होता है वो साइनस की परेशानी का भी सामना करता है। बार-बार आंखों में से पानी निकलना और नाक का जाम होना भी माइग्रेग का कारण है।
जिस व्यक्ति को माइग्रेन होता है उसकी आंख और गर्दन में काफी तेज दर्द होता है। साथ ही उसे बार बार चॉकलेट खाने का मन करता है। साथ ही इस दर्द की वजह से इंसान इतना चिड़चिड़ा हो जाता है कि वो किसी से बात करना पसंद ही नहीं करता। माइग्रेन से पीड़ित इंसान तेज आवाज या शोर नहीं सुन पाता है।
जिस व्यक्ति को माइग्रेन होता है उसे ब्लड प्रेशर भी लो और थकान की परेशानी भी रहती है।
क्या होते हैं माइग्रेन के कारण
आम तौर पर माइग्रेन(Migraine) अगर आपके घर में किसी को है तो उन से आना आम बात है। लेकिन क्योंकि इन दिनों हमारी लाइफस्टाइल इस कदर बदल रही है की इस बीमारी के कई कारण हो सकते हैं। लेकिन ऐसा कहा जाता है कि, माइग्रेन दिमाग में नाड़ियों, रसायन और रक्त कोशिकाओं में कुछ समय के लिए होने वाले परिवर्तन की वजह से होता है जिस कारण सिर में काफी दर्द होता है। आम तौर पर अगर आपकी डायट ठीक नहीं है या आप बहुत ज्यादा उल्टा सीथा खाते हैं तो भी चॉन्सेस हैं कि आपको माइग्रेन हो सकता है। बाकी तनाव, हाई ब्लड प्रेशर, अनहेल्दी लाइफस्टाइल भी कारण हो सकते हैं।
कैसे करें घरेलू उपचार
माइग्रेन के लिए अभी तक कोई दवा नहीं बन सकी है। इसलिए इसे कम करने के लिए आप घरेलू नुस्खें अपना सकते हैं। जैसे कि, ज्य़ादा देर भूखे न रहें। तनाव कम लें। कम से कम 8 घंटे तक सोए। माइग्रेन जब हो तब अपने सिर पर ठंड़ी पट्टियां रखें।