अजब-गजब: एक साल पहले लड़की का भाई बनकर अपहरण किया. इसके अपने परिचितों को लड़की का माता-पिता बनाया और खुद भाई बन गया. रविंद्र कोरी की मुलाकात सूरत में ही कल्लू सिंह और मीरा देवी से हुई. तीनों ने मिलकर लड़की को बेचने की प्लानिंग की.
राजस्थान के जालौर जिले के उत्तम सिंह नाम के व्यक्ति को 3 लाख रुपये में लड़की को बेच दिया. पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उत्तम सिंह के चाचा गणपत सिंह ने भी मदद की थी, जिसके चलते पुलिस ने उन दोनों को भी आरोपी बनाया है. फिलहाल दोनों फरार है.लडकी कक्षा 9 में पढ़ती थी. लड़की गायब हुई तो परिजन ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया. पुलिस लड़की की तलाश में जुटी थी.साइबर सेल की मदद से पुलिस को रविंद्र कोरी के बारे में जानकारी मिली, जिसने लड़की का अपहरण किया था.
पुलिस ने उसको गिरफ्तार किया, तब उसने बताया कि उसने कल्लू सिंह और उसकी पत्नी मीरा देवी की मदद से लड़की को राजस्थान के जालौर जिले में बेचा है. पुलिस टीम जालौर पहुंची, जहां से उसने 25 सितंबर 2024 को लड़की को बरामद कर लिया. लड़की को खरीदने वाला उत्तम सिंह और उसका चाचा गणपत सिंह फरार हो गए है. पुलिस उनको तलाश कर रही है.
रविंद्र कोरी लड़की को लेकर रीवा से सूरत पहुंचा. वहां उसकी पहचान कल्लू सिंह और मीरा देवी से हुई. तीनों ने लड़की को बेचकर पैसा कमाने की सोची. उन्हें एक आदमी मिला राजस्थान के जालौर का, रविंद्र कोरी लड़की का भाई बन गया. कल्लू सिंह और मीरा देवी लड़की के माता-पिता, तीनों ने मिलकर लड़की को गणपत सिंह और उसके चाचा के हाथों तीन लाख रुपए में सौंप दिया. और पैसा लेकर नौ दो ग्यारह हो गए.
लड़की का पता बताने और लड़की को बरामद करने में मदद करने वालों के लिए पुलिस ने 10 हजार का इनाम घोषित किया था. पुलिस ने साइबर सेल को लगातार सक्रिय रखा था, जिसमें सबसे पहले पुलिस की पकड़ में आया रविंद्र कोरी. उसके बाद पुलिस ने दमोह के बटियागढ़ से कल्लू सिंह और मीरा देवी को गिरफ्तार कर लिया. इस तरीके से अभी तक 3 आरोपी पुलिस की पकड़ में आ चुके हैं.