केनरा बैंक (Canara Bank Stock) और पंजाब नेशनल बैंक (PNB Stock) के तुलना में SBI के शेयर ने एक साल में बहुत कम रिटर्न दिया है। जबकि फंडामेंटली यह बैंक ज्यादा मजबूत है। ऐसे में ब्रोकरेज हाउस का मानना है कि अब एसबीआई के शेयर में जबरदस्त तेजी देखने को मिल सकती है।
देश का सबसे बड़ा बैंक एसबीआई (SBI) यानी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के शेयर फिलहाल 600 रुपए के आसपास है। आंकड़ों की देखें तो पंजाब नेशनल बैंक ने 89 फीसदी का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। जबकि इस दौरान एसबीआई के शेयर ने सिर्फ 5 फीसदी का मामूली रिटर्न दिया है। निवेशक थोडे मायूस हैं, आखिरकार मुनाफे में ग्रोथ के बावजूद शेयर में तेजी देखने को नहीं मिली है।
लेकिन अब कई ब्रोकरेज हाउस का मानना है कि आगामी समय में एसबीआई के शेयर 700 से लेकर 750 रुपए तक भाव दिखा सकता है। ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने 11 सितंबर को जारी अपने एक नोट में एसबीआई का टारगेट प्राइस 700 रुपए दिया है, जो मौजूदा भाव के लगभग 20 फीसदी अधिक है। इससे पहले 24 अगस्त को एचडीएफसी ने एसबीआई का टारगेट प्राइस 750 रुपए दिया था। इसका मतलब मौजूदा भाव लगभग 25 फीसदी की तेजी संभव है।
विदेशी इन्वेस्टर्स का बढ़ा विश्वास
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के शेयरों पर विदेशी निवेशकों का विश्वास बढ़ा है। शेयर होल्डिंग पैटर्न के आंकड़ों को देखें तो मार्च 2023 की तिमाही की तुलना में विदेशी संस्थागत निवेशकों ने अपनी हिस्सेदारी 9.89 फीसदी से बढ़ाकर जून तिमाही में 10.36 फीसदी कर ली है। वहीं म्यूचुअल फंडों ने साझेदारी 25.17 से घटाकर 24.80 फीसदी कर दी है।
अब एसबीआई शेयर की चाल पर नजर डालें तो इस शेयर ने पिछले एक महीने में 6.48 फीसदी का रिटर्न दिया है। हालांकि पिछले एक साल में यह शेयर 5 फीसदी का ही रिटर्न दिया है। जबकि इस दौरान निफ्टी में 13 फीसदी की तेजी देखने को मिली है। वहीं पिछले 5 साल में यह एसबीआई के शेयरों ने 105 फीसदी का रिटर्न दिया है। मतलब 5 साल में इस बैंक के शेयर ने पैसा दौगुना कर दिया है।
SBI की इनकम बढ़कर 1,08,039 करोड़ रुपए
एसबीआई के शेयरों का 52 वीक हाई लेवल 625.55 रुपए है और 52 वीक का सबसे लो लेवल 499.35 रुपए है। कंपनी का मॉर्केट कैप 5,32,308 रुपए है। साल 2022-23 की अप्रैल-जून तिमाही में 6,068 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया था। शेयर बाजार को दी अपटेड के अनुसार 2023-24 की पहली तिमाही में बैंक की कुल आय बढ़कर 1,08,039 करोड़ रुपये हो गई। जो एक साल पहले की इसी अवधि में 74,989 करोड़ रुपये थी