मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एलन मस्क ट्विटर का नियंत्रण हाथ में आते ही करीब 75 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी कर देंगे। इन खबरों के सामने आने के बाद ट्विटर कर्मचारियों ने मस्क को चेतावनी देते हुए कहा है कि ऐसा करना कंपनी के हितों के विरुद्ध होगा और ग्राहकों के विश्वास तथा उनके प्रति जिम्मेदारी को पूर्ण करने में अक्षम बनाएगा।
टाइम की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मस्क ट्विटर को खऱीदने के लिए अपने 44 अरब डॉलर के अधिग्रहण को अंतिम रूप दे रहे हैं, जैसे ही मसौदा पूरा होता है, इसकी अंतिम शर्तें फाइनल कर दी जाएंगी। इस रिपोर्ट के विरोध में कंपनी के कर्मचारियों ने एक खुला पत्र लिखते हुए कहा कि यह बहुत ही लापरवाही भरा कदम होगा और कर्मचारियों को डराने वाला कदम है। इससे हमारे प्लेटफार्म पर यूजर्स का विश्वास भी कमजोर होगा। खत में आगे कहा गया है कि हम लगातार उत्पीड़न और धमकियों के माहौल में काम नहीं कर सकते हैं। पत्र में कंपनी के वर्तमान और भविष्य को लेकर भी कुछ मांगे की गई हैं और उनकी लिस्ट सौंपी गई है।
कर्मचारी चाहते हैं कि कंपनी में ट्रांसपेरेंसी का माहौल बना रहें और मस्क कंपनी को खरीदने के बाद भी वर्तमान में मौजूद कर्मचारी लाभों को बनाए रखें जिनमें रिमोट वर्क करने की अनुमति देना भी शामिल है। पत्र में उम्मीद जताते हुए कहा गया है कि हम मांग करते हैं कि नेतृत्व कर्मचारियों के साथ उनकी जाति, लिंग, विकलांगता, यौन अभिविन्यास या राजनीतिक विश्वासों के आधार पर भेदभाव नहीं करेगा।
हाल ही में अमरीकी वेबसाइट द वाशिंगटन पोस्ट ने अपनी एक रिपोर्ट में विभिन्न एक्सपर्टस के साक्षात्कार और दस्तावेजों का हवाला देते हुए कहा है कि हम आने वाले समय में कंपनी में नौकरी में छंटनी की उम्मीद कर रहे हैं, चाहे कंपनी का मालिक कोई भी हो।
रिपोर्ट में स्पष्ट कहा गया है कि किसी भी तरह से कर्मचारियों की संख्या में कटौती करना कंपनी के दैनिक कार्यों के साथ-साथ इसके दूरगामी लक्ष्यों को भी प्रभावित करेगा और ट्विटर अपनी क्षमता और उम्मीदों के अनुरूप लक्ष्य हासिल नहीं कर पाएगा। कर्मचारियों के कम होने का असर कंपनी के प्रत्येक विभाग पर पड़ेगा जिससे सोशल मीडिया पर हानिकारक कंटेंट को मॉडरेट करने और सुरक्षा मुद्दों का मुकाबला करने की क्षमता भी बुरी तरह प्रभावित होगी।