टाटा मोटर्स ने 13 मई 2023 को मार्च तिमाही में नतीजे जारी कर दिए है, जिसका प्रभाव कारोबारी सप्ताह के आखिरी दिन देखने को मिला है। टाटा मोटर्स को शेयर सोमवार को 2.83% बढ़ोतरी के साथ 530.55 रुपए के लेवल पर बंद हुआ है। मुंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर टाटा मोटर्स का शेयर देखते ही देखते 537.15 रुपए के लेवल पर पहुंच गया था। बता दें कि बीएसई में टाटा मोटर्स का यह नया 52 वीक हाई है। कंपनी का मॉर्केट कैप 184715 करोड़ रुपए है।
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मार्च तिमाही के नतीजे
टाटा मोटर्स का बीते फाइनेंशियल ईयर 2022-23 की चौथी तिमाही मार्च तिमाही में शुद्ध लाभ 5408 करोड़ रुपए रहा है। टाटा ग्रुप की कंपनी ने शुक्रवार को शेयर बाजार को सूचना दी थी, इससे पूर्व फाइनेंशियल ईयर 2021-22 की इसी तिमाही में कंपनी को 1033 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ था।
कंपनी के अनुसार चौथी तिमाही में उसकी ऑपरेटिंग इनकम बढ़कर 105932 करोड़ रुपए हो गई, जो मार्च तिमाही 2022 में 78439 करोड़ रुपए थी। व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी का एकल आधार पर मार्च तिमाही में शुद्ध लाभ 2696 करोड़ रुपए रहा था, इससे पहले एक वर्ष पहले 413 करोड़ रुपए था। मार्च तिमाही 2022-23 में 2414 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था, जबकि कंपनी को इसे पूर्व 11441 करोड़ रुपए का नेट लास हुआ था।
टाटा टेक्नोलॉजी के IPO से है गहरा कनेक्शन
टाटा टेक्नोलॉजी लिमिटेड का आईपीओ आने वाला है, कंपनी ने 9 मार्च 2023 को सेबी के पास डीआरएचपी पेपर्स दाखिल किया था। आईपीओ के जरिए कंपनी 9571 करोड शेयर बेच सकती है। टाटा टेक्नोलॉजीज में बड़ी साझेदारी टाटा मोटर्स के पास है।
जानिए कंपनी से जुड़ा कारोबार
टाटा मोटर्स लिमिटेड एक भारतीय बहुराष्ट्रीय ऑटोमोटिव निर्माण कंपनी है, जिसका मुख्यालय मुंबई, भारत में है, जो टाटा ग्रुप का हिस्सा है। कंपनी यात्री कारों, ट्रकों, वैन, कोच, बसों का उत्पादन करती है। टाटा मोटर्स ने 1988 में टाटा मोबाइल के लॉन्च के साथ यात्री वाहन बाजार में प्रवेश किया, इसके बाद 1991 में टाटा सिएरा, पहला भारतीय बन गया। एक प्रतिस्पर्धी स्वदेशी ऑटोमोबाइल विकसित करने की क्षमता हासिल करने के लिए निर्माता।
1998 में, टाटा ने पहली पूरी तरह से स्वदेशी भारतीय यात्री कार, इंडिका लॉन्च की और 2008 में टाटा नैनो लॉन्च की। टाटा मोटर्स ने 2004 में दक्षिण कोरियाई ट्रक निर्माता देवू वाणिज्यिक वाहन कंपनी का अधिग्रहण किया। टाटा जगुआर लैंड रोवर की मूल कंपनी रही है क्योंकि कंपनी ने इसे 2008 में Ford से Jaguar Cars और Land Rover के अधिग्रहण के लिए स्थापित किया था।