नई दिल्ली। सरकार ने जबसे FASTag शुरू किया है टोल पर ज्यादातर लोगों को समस्या नहीं होती है। पहले टोल टैक्स पर गाड़ियों की लंबी-लंबी कतार लगी रहती है और काफी समय बर्बाद होने के साथ की कई तरह की परेशानियां भी होती थी। लेकिन FASTag आने के बाद से लोगों को बड़ी राहत मिली है। लेकिन FASTag लगवाने वाले लोगों को भी कई सरकारी नियमों की पालना करना जरूरी है, वरना बाद में परेशानी उठानी पड़ सकती हैं।
यह खबर भी पढ़ें:-SBI ने बढ़ाई स्पेशल FD की अंतिम तारीख, इंटरेस्ट रेट में भी बढ़ोतरी, जानिए…कौन-कौनसे बैंक दे रहे हैं ऐसे ऑफर
ऐसे काम करता है FASTag
कुछ समय पहले ही सरकार ने FASTag की शुरुआत की थी, जो वाहन विंडस्क्रीन पर तय किए प्रीपेड टैग हैं जो आपको बिना रुके टोल प्लाजा पर समर्पित लेन के माध्यम से जाने की अनुमति देते हैं। रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन टेक्नोलॉजी का उपयोग करके वाहनों की पहचान की जाती है और इसके बाद कस्टमर्स के FASTag खाते से पैसा कट जाता है।
FASTag वालों को ये सरकारी नियम मानने जरूरी
-सरकार ने हर गाड़ी मालिक के लिए FASTag अनिवार्य कर दिया है।
-यदि आप बिना FASTag के FASTag लेन में प्रवेश करते हैं तो आप टोल राशि का दोगुना भुगतान करने के लिए उत्तरदायी होंगे।
यह खबर भी पढ़ें:-टाटा ग्रुप के इस शेयर पर टूट पड़े निवेशक, ब्रोकरेज का दावा- 2500 रुपए के पार जायेगा भाव
-यदि आपका FASTag काम नहीं कर रहा है तो आपको टोल राशि का दोगुना भुगतान करना होगा।
-अप्रैल, 2020 में सरकार ने आपके वाहन के लिए थर्ड पार्टी बीमा प्राप्त करने के लिए FASTag को अनिवार्य कर दिया है, जिससे FASTag प्राप्त करना आवश्यक हो जाता है, भले ही आप अपनी कार को हाइवे पर नहीं ले जा रहे हों।
-2017 के बाद से बिकने वाले ज्यादातर वाहन प्री-फिटेड फास्टैग के साथ आते हैं। इसलिए यदि आप एक पुराने वाहन के मालिक हैं, तो आपको FASTag बनवाना ही होगा।