जयपुर: राजस्थान सरकार ने प्रदेश के 23 लाख लघु एवं सीमांत किसानों को एक बड़ी सौगात देते हुए को निशुल्क बीज मिनिकिट वितरण करने का ऐलान किया है. जानकारी के मुताबिक सीएम ने प्रदेश के इन लघु एवं सीमांत किसानों को प्रमुख फसलों के प्रमाणित किस्मों के बीज मिनिकिट निशुल्क वितरण करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है जिसके लिए 128.57 करोड़ रुपए का वित्तीय प्रस्ताव रखा गया था. दरअसल राज्य में बीज उत्पादन बढ़ाने तथा लघु और सीमांत किसानों को निःशुल्क बीज उपलब्ध कराए जाने के लिए राजस्थान बीज उत्पादन एवं वितरण मिशन चलाया जा रहा है.
सीएम की ओर से की गई घोषणा के मुताबिक हर एक किसान को बीज मिनिकिट में संकर मक्का के 5 किलो, सरसों के 2 किलो, मूंग व मोठ के 4-4 किलो और तिल के 1 किलो प्रमाणित किस्मों के बीज निःशुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे.
गहलोत ने दी किसानों को सौगात
जानकारी के मुताबिक सराकर ने जनजातीय किसानों के लिए जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग द्वारा तथा गैर जनजातीय किसानों हेतु कृषि विभाग द्वारा बीज मिनिकिट की खरीद राजस्थान राज्य बीज निगम/राष्ट्रीय बीज निगम से की जाएगी. वहीं इन मिनिकिट का वितरण कृषि विभाग द्वारा राज किसान साथी पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा.
मालूम हो कि राज्य में बीज उत्पादन बढ़ाने तथा लघु और सीमांत किसानों को निःशुल्क बीज उपलब्ध कराए जाने के लिए राजस्थान बीज उत्पादन एवं वितरण मिशन चलाया जा रहा है. बताया जा रहा है कि इस मिशन के उत्कृष्ट परिणामों को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. इससे पहले मुख्यमंत्री की ओर से 2023-24 के बजट में इस संबंध में घोषणा की गई थी.
आंगनबाड़ी केन्द्रों में लगेंगे पोषण सूचकांक उपकरण
वहीं एक अन्य प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए सीएम गहलोत ने पोषण सूचकांकों में सुधार हेतु उपरकरण खरीदने के लिए 16.97 करोड़ रुपए की मंजूरी दी है. जानकारी के मुताबिक आंगनबाड़ी केन्द्रों में लम्बाई एवं वजन मापने के लिए उपकरण दिए जाएंगे.
बता दें कि गहलोत सरकार के इस निर्णय से आंगनबाड़ी केन्द्रों में इंफेन्टोमीटर, स्टेडियोमीटर, वजन मापने की मशीन आदि उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे जिससे शिशु एवं माताओं के वजन, लम्बाई सहित विभिन्न पोषण सूचकांकों की सटीक जानकारी मिल सकेगी. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री की ओर से 2023-24 के बजट में इस संबंध में घोषणा की गई थी.