इस साल 5 राज्यों में चुनाव होने को हैं। जिसमें मध्य प्रदेश भी शामिल है। पिछले राज्यों के चुनावों के जैसे ही मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस राजस्थान मॉडल पर चुनाव लड़ेगी। यानी एमपी में कांग्रेस राजस्थान की योजनाओं को लागू करने की बात करेगी। इसे कांग्रेस का एक बड़ा मास्टरस्ट्रोक माना जा रहा है।
हिमाचल में जबरदस्त चला राजस्थान मॉडल
पिछले चुनावों की बात करें तो कर्नाटक में भी राजस्थान मॉडल का जिक्र हुआ था। लेकिन कर्नाटक राजस्थान से कहीं ज्यादा विकसित है। लेकिन चुनाव के नतीजों को देखकर कई राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि कर्नाटक की जीत में राजस्थान की भी बड़ी भूमिका रही है। इसी तरह अगर इससे भी पहले के चुनावों को देखें तो गुजरात और हिमाचल प्रदेश में भी कांग्रेस ने राजस्थान मॉडल को ही इन राज्यों में लागू करने की बात कही थी। खुद अशोक गहलोत ने इन राज्यों में हुई जनसभाओं में कहा था कि अगर यहां कांग्रेस की सरकार बनती है तो राजस्थान की सभी योजनाओं यहां लागू होंगी। इसका फायदा कांग्रेस को हिमाचल प्रदेश में जबरदस्त तरीके से हुआ। यहां सबसे बड़ा मुद्दा OPS की बहाली बना और इसने तो हिमाचल में कांग्रेस को जीत तक दिला दी।
कर्नाटक की जीत से आत्मविश्वास से लबरेज कांग्रेस
अब कर्नाटक की जीत से कांग्रेस उत्साह और आत्मविश्वास से लबरेज है। वो अपने इस उत्साह को जरा भी कम नहीं करना चाहती। आखिर कांग्रेस को इतने लंबे समय के बाद इतनी बड़ी जीत जो हासिल हुई है। मध्य प्रदेश से राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा भी गुजरी थी, जिसे कांग्रेस एमपी में अपने लिए जमीन तैयार करने में एक बड़ा फैक्टर मान कर चल रही है। जो माहौल कर्नाटक के बाद कांग्रेस पार्टी के पक्ष में बना है उसमे कोई चूक हो इसलिए कांग्रेस ने अभी से मध्य प्रदेश की तैयारी और मास्टर प्लानिंग शुरू कर दी है। बीते दिन कांग्रेस पार्टी ने 5 वादे मध्यप्रदेश की जनता से किए और इनके बूते ही चुनाव लड़ने का नया दांव खेल दिया है।
ये हैं 5 वादे
1-500 रुपए में गैस सिलेंडर
2-हर महिला को 1,500 रुपए प्रति महीना
3-बिजली: 100 यूनिट माफ, 200 यूनिट हाफ
4-किसानों का कर्ज माफ
5-पुरानी पेंशन योजना लागू होगी
मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़
बता दें कि जिन 5 राज्यों में चुनाव होने को हैं उनमें मध्य प्रदेश, मिजोरम, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना शामिल हैं। मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार है तो मिजोरम में भाजपा समर्थित सरकार है। छत्तीसगढ़ और राजस्थान में इस समय कांग्रेस की सरकार है। तेलंगाान में केसीआर की पार्टी TRS से बनी पार्टी BRS की सत्ता है। इनमें सबसे अहम हिंदी पट्टी के राज्य मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान हैं।