कर्नाटक के सीएम (Karnataka CM) को लेकर अब तक कोई फैसला नहीं हो पाया है। बीते 4 दिन से बंगलूरू से लेकर दिल्ली तक बैठकों का दौर जारी है लेकिन सीएम के नाम पर कोई मुहर नहीं लगी है। कल सीएम के नाम के ऐलान की संभावना जताई जा रही थी। लेकिन कल भी यह नहीं हो सका। जानकारी के मुताबिक डीके शिवकुमार ने खड़गे से मुलाकात तो की है लेकिन इस मुलाकात ने कांग्रेस को धर्मसंकट में डाल दिया है।
वो ये कि डीके शिवकुमार ने खड़गे और कांग्रेस को साफ-साफ खुद को सीएम बनाने की बात कह डाली है, साथ में यह भी कहा है पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के खिलाफ पूरा-पूरा लिंगायत समुदाय था, तो फिर से पिछली वाली गलती दोहराने से क्या मतलब है।
डीके शिवकुमार ने खड़गे से बैठक में कहा है कि सिद्धारमैया पहले सीएम रह चुके हैं और उनके कार्यकाल में कांग्रेस की हालत क्या हो गई थी, ये सभी ने देखा है। उन पर कर्नाटक में कुशासन फैलाने का भी ठप्पा लग चुका है। तो फिर वो फिर से सिद्धरमैया को सीएम बनाकर जनता के साथ अन्याय क्यों करें। डीके शिवकुमार ने यह भी कहा है कि सिद्धरमैया को आप पहले सीएम बना चुके हैं, उनका कार्यकाल देखा है तो अब बदलाव की जरूरत है। सीएम इस बार मुझे बनाया जाए। कर्नाटक की जनता ने बदलाव के लिए कांग्रेस को बहुमत दिया है, तो हमें इसे समझ कर जनहित में फैसले लिए जाएंगे।
ये सब कहते हुए डीके शिवकुमार ने ये कहा कि अब आप उन्हें सीएम बना ही क्यों ही रहे हैं। ये बातें कह कर डीके शिवकुमार ने खड़गे से मुलाकात खत्म की। जानकारी है कि मल्लिकार्जुन खड़गे अब इस बारे में राहुल गांधी और सोनिया गांधी से बातचीत कर अंतिम फैसला लेंगे। ये भी खबर आई है कि अब सीएम कौन होगा इसका ऐलान बंगलूरू में होगा। दिल्ली में इसकी घोषणा नहीं होगी।
इस्तीफे की बात रिपोर्ट की तो मानहानि का केस करूंगा
इस बातचीत के बाद ये अटकलें लगाई जा रहीं थी, अगर आलाकमान ने सिद्धरमैया को सीएम बनाया तो डीके शिवकुमार इस्तीफा दे देंगे। इस पर खुद डीके शिवकुमार ने अपना रुख साफ करते हुए कहा कि अगर कोई चैनल रिपोर्ट कर रहा है कि मैं पद से इस्तीफा दे रहा हूं, तो मैं उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करूंगा। कुछ रिपोर्ट कर रहे हैं कि मैं इस्तीफा दे दूंगा। मेरी मां मेरी पार्टी है, मैंने इस पार्टी का निर्माण किया है। कमान, मेरे विधायक, मेरी पार्टी है – 135 की संख्याबल हमारा है।
3 नेताओं को पर्यवेक्षक बनाकर भेजा था
बता दें कि बंगलूरू में विधायक दल की बैठक और सीएम के नाम को चुनने के लिए कांग्रेस अध्य़क्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 3 नेताओं को पर्यवेक्षक बनाकर भेजा था। जिनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह, दीपक बाबरिया और सुशील कुमार शिंदे शामिल थे। इन तीनों नेताओं की मौजूदगी में विधायक दल की बैठक हुई थी, जिसमें सीएम के नाम पर सभी की राय लेकर एक प्रस्ताव पास किया गया। इस प्रस्ताव को लेकर कर्नाटक के पूर्व सीएम सिद्धरमैया कल दोपहर दिल्ली पहुंचे थे। उन्होंने यहां मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की और अपना प्रस्ताव पेश किया।
बता दें कि 13 मई को कर्नाटक चुनाव के नतीजे जारी हो गए थे, जिसमें कांग्रेस को जनता ने बहुमत देकर 135 सीटों को जिताया था, वहीं भाजपा 65 पर ही सिमट गई और हर बार किंगमेकर की भूमिका निभाने वाली JDS इस बार 19 पर रह गई।