Zindagi Bedhadak Live Conclave : जयपुर। राजधानी में जिंदगी बेधड़क लाइव कॉनक्लेव में सच बेधड़क मीडिया ग्रुप के फाउंडर एंड ग्रुप एडिटर विनायक शर्मा और एमबीए चायवाला के फाउंडर प्रफुल्ल बिल्लौर ने भारी संख्या में आए युवाओ के साथ अपनी सक्सेस स्टोरीज को शेयर किया। दोनों ही शख्सियतों से रूबरू हो कर युथ में सवाल पूछने और बातचीत करने की उत्सुकता देखने को मिली कि कैसे लाइफ के गोल्स को अचीव किया जाए और सफलता में आ रही परेशानियों से कैसे निपटा जाए।
विनायक शर्मा ने कहा कि एक बात मैं हमेशा कहता हूं कि आप जहां हैं, वहीं डिजर्व करते हैं, कभी भी जिंदगी से या किसी और से कोई शिकायत मत करना, क्योंकि जहां हम हैं उसका कारण हम स्वयं ही हैं। जब हम किसी मुकाम को हासिल नहीं कर पाते तो हमें निराश नहीं होना चाहिए। वहीं जीवन में आलोचनाओं को लेकर एक सवाल का जवाब देते हुए विनायक शर्मा ने कहा कि जीवन में आलोचनाओं से घबराना नहीं चाहिए, क्योंकि आलोचना उसी की होती है जो ताकतवर होता है।
युवाओं को जोड़ने का अभियान : विनायक शर्मा
कॉनक्लेव के में सच बेधड़क मीडिया ग्रुप के फाउंडर एंड ग्रुप एडिटर विनायक शर्मा ने ‘जिंदगी बेधड़क’ कार्यक्रम को लेकर जानकारी दी। विनायक शर्मा ने बताया कि सच बेधड़क मीडिया ग्रुप द्वारा आयोजित जिंदगी बेधड़क, लाइव काॅन्क्लेव की यह शुरुआत है। आगे भी हम राजस्थान समेत देशभर में युवाओ को जीवन में सही मार्गदर्शन देने के लिए और उनका उत्साह वर्धन करने के लिए जिंदगी बेधड़क सीरीज का आयोजन करते रहेंगे। विनायक शर्मा ने कहा ‘जिंदगी बेधड़क’ सीरीज के माध्यम से हम उन युवाओं से जुड़ेंगे जो जीवन में अपना लक्ष्य प्राप्त करना चाहते हैं, जिन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए एक अच्छी दिशा और करियर प्लेटफार्म चाहिए।
कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता : बिल्लौर
एमबीए चायवाला के फाउंडर प्रफुल्ल बिल्लौर ने भी अपनी सफलता की कहानी बताई और कई यूथ एंटरप्रेन्योर्स के सवालों का जवाब दिया। बिल्लौर ने कहा कि जीवन में व्यक्ति को हमेशा सरल और साधारण होना चाहिए, जीवन में कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता। जब मैने एमबीए ड्राप आउट करके चाय बेचना शुरू किया तो कई लोगों ने मेरी आलोचना की, यहां तक कि रिश्तेदारों ने चाय बेचने पर मजाक बनाया, लेकिन मैने संघर्ष का साथ नहीं छोड़ा और आज मैं आप लोगों के सामने हूं। साथ ही प्रफुल्ल बिल्लौर ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मेरे पास एक-एक रुपया का हिसाब है। मैं मेरी जगह बिलकुल सही हूं और हमेशा रहूंगा, मैंने अपने स्टार्टअप से लोगों को रोजगार दिया है कोई गुनाह नहीं किया।