नई दिल्ली। जंतर मंतर पर धरना दे रहीं विनेश फोगाट समेत पहलवानों (Wrestlers Protest) और दिल्ली पुलिस की बीती देर रात तीखी झड़प हो गई। काफी देर तक इन दोनों में झगड़ा चलता रहा। खिलाड़ियों ने दिल्ली पुलिस पर उनके साथ अभद्रता करने का आरोप लगाया है। इसे लेकर आज भी मामला बेहद गर्माया हुआ है। खिलाड़ियों ने तो प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यहां तक कह दिया कि हम अब मेडल वापस कर देंगे।
बीती रात बवाल के बाद आज सुबह हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल भी शामिल रहीं थी। इस कॉन्फ्रेंस में खिलाड़ियों ने कहा कि अगर उनकी सुनवाई नहीं हुई और न्याय नहीं मिला तो हमें जो अब तक मेडल और पुरस्कार मिले हैं हम सब कुछ वापस कर देंगे। बजरंग पुनिया ने कहा कि जब हमें इज्जत नहीं मिल सकती, न्याय नहीं मिल सकता तो हम इन मेडल्स को रख कर क्या करेंगे। बजरंग पूनिया ने कहा कि हम शांतिपूर्ण धरना दे रहे हैं लेकिन इसे जानबूझकर राजनीति से जोड़ने की कोशिश की जा रही है। कई लोग हमारा समर्थन कर रहे हैं लेकिन कई लोग हमारे धरने पर ही सवाल उठा रहे हैं।
विनेश फोगाट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हाद तो अब यह हो गई है कि हमें अब गालियां दी जा रही हैं। कल दिल्ली पुलिस ने हमारे साथ अभद्रता की। हमें गालियां दी, हमें बेइज्जत किया। बात सिर्फ इतनी ही थी कि हमने बेड और कुछ सामान मंगवाया था तो दिल्ली पुलिस हमें यहां रोकने आ गई। पुलिसकर्मियों ने ड्रिंक भी कर रखी थी, वे नशे में थे। उन्हें हमें गालियां दीं, हमें बेइज्जत किया। इसके आगे अब हम क्या कहें। हम तो अपना मेडल भी वापस कर देंगे क्योंकि हमारा तो सम्मान भी नहीं रहा।
पहलवानों के फूटे सिर
इस वारदात के बाद जंतर मंतर पर धरना दे रहे हैं इन पहलवानों ने गृह मंत्री अमित शाह से कुछ सामान मंगवाने की परमिशन मांगी है। जिसमें वाटर प्रूफ टेंट, मजबूत स्टेज, बेड और साउंड सिस्टम शामिल है। इसे लेकर पहलवानों ने अमित शाह को एक लेटर लिखा है। इसमें बीती देर रात हुई घटना का भी जिक्र किया है। इसमें उन्होंने दिल्ली पुलिस पर कार्रवाई करने का की मांग भी की है। इस लेटर में बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट के साइन है। लेटर में यह भी लिखा गया है कि बीती रात लगभग 11:00 बजे जब हम सोने के इंतजाम कर रहे थे। तभी दिल्ली पुलिस के एसीपी अपने 100 कर्मियों के साथ आए और हम पर हमला कर दिया। जिससे धरना दे रहे दुष्यंत फोगाट और राहुल यादव के सिर फूट गए। पुलिस अधिकारियों ने हमें गंदी गंदी गालियां भी दीं। इन पर कार्रवाई की जाए।