अजमेर। श्रीनगर थाना पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर का पर्दाफाश करते हुए बेटी की हत्या के आरोप में मां और बेटे को गिरफ्तार किया है। दोनों ने हत्या कर लाश को जंगल के कुएं में फेंक दिया था। बेटी सोनू ने ससुराल जाने से इनकार कर दिया था। इसके चलते आवेश में आकर उसकी मां ने भाई के साथ मिलकर कुल्हाड़ी से उसकी हत्या कर दी थी। श्रीनगर थानाधिकारी राजेश मीणा ने बताया कि 27 अप्रैल को जिलावड़ा निवासी मोहम्मद बेग ने रिपोर्ट पेश की।
इसमें बताया कि 26 अप्रैल को सुबह 11 बजे के आस-पास उसकी बेटी सोनू बानो बकरियां चराने के लिए गई जो काफी समय बाद भी घर नहीं लौटी। इस रिपोर्ट पर पुलिस ने एमपीआर दर्ज कर गुमशुदा की तलाश की। तलाश के दौरान 29 अप्रैल को सूचना मिली कि किरामपुरा अहिरान व मानपुरा के जंगल के पास कुएं में एक लड़की की लाश पड़ी हुई है।
पुलिस ने शव को कुएं से बाहर निकलवाया तो उसकी शिनाख्त परिजन ने सोनू बानो के रूप में की। थानाधिकारी राजेश मीणा ने बताया कि जांच में शक की सुई मृतका सोनू बानो की मां शांति बेगम पर घूम रही थी। ऐसे में मनोवैज्ञानिक तरीके से गहन पूछताछ की गई तो शान्ति बेगम टूट गई और बेटे के साथ मिलकर हत्या करना स्वीकार किया।
यूं दिया हत्या की वारदात को अंजाम
थानाधिकारी राजेश मीणा ने बताया कि आरोपी शांति बेगम ने पूछताछ में बताया कि उसकी बेटी सोनू की शादी बचपन में ही ग्राम जिलावडा में कर दी थी, लेकिन सोनू अपने ससुराल नहीं जाना चाहती थी। वह अन्य किसी लड़के से फोन पर बात करती थी और उसी के साथ जीवन बिताना चाहती थी। ऐसे में लोक लाज के डर से मां उसे ससुराल भेजना चाहती थी। सोनू के मना करने पर आवेश में आकर उसके सिर पर कुल्हाडी से वार कर दिया। बाद में बेटे हनीफ के साथ मिलकर लाश को कुएं में फेंक दिया।