Indira Gandhi Canal : जोधपुर। प्रदेश में गर्मी के दौर के बीच जोधपुर को एक मई से इंदिरा गांधी नहर से पानी मिलना बंद हो जाएगा। जोधपुर संभाग में इंदिरा गांधी नहर में शुरू हुआ क्लोजर अब अपने पीक पर पहुंच चुका है। पंजाब के हिस्से में नहर की मरम्मत का काम चल रहा है, लेकिन इसके बावजूद 5000 क्यूसेक पानी प्रतिदिन राजस्थान में छोड़ा जाता रहा है। 1 मई से यह पानी मिलना भी बंद हो जाएगा। इसके बाद अगले 20 दिन तक नहर में की गई पॉन्डिंग से काम चलेगा। फिर अंतिम 10 दिनों में कायलाना और तख्तसागर शहर की प्यास बुझाएंगे।
पीएचईडी प्रोजेक्ट के अतिरिक्त मुख्य अभियंता नक्षत्र सिंह चारण ने बताया कि पहले पंजाब से इंदिरा गांधी नहर में 2000 क्यूसेक प्रतिदिन पानी छोड़ा जा रहा था। कुछ दिन पहले इसको 5000 क्यूसेक कर दिया गया है। नहर में जो 5000 क्यूसेक पानी अभी छोड़ा जा रहा है वह 1 मई से पूरी तरह बंद हो। इसके बाद नहर में ही पानी को स्टोर कर आगे 20 दिन तक उपयोग किया जाएगा।
15 दिन पानी पिला सकता है कायलाना
पीएचईडी के जोधपुर शहर के अधीक्षण अभियंता जेसी व्यास ने बताया कायलाना- तख्तसागर और सुरपुरा बांध में 15 दिन शहर को पानी पिलाए जितना वाटर स्टोरेज किया गया है। कायलाना तखत सागर 350 एमसीएफटी पानी के साथ अपनी पूरी भराव क्षमता पर है। पेयजल सप्लाई में प्रेशर की कमी और प्रतिदिन ढाई घंटे की बजाय सप्लाई में कुछ कटौती की जा सकती है। पूरे मई के महीने में कुछ समस्या होगी, लेकिन इसके बाद जून में पेयजल सप्लाई पहले की तरह होगी।
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