अजमेर के बिजयनगर थाना क्षेत्र में रहने वाले नगर पालिका के सफाईकर्मी ने न्यायालय की शरण लेकर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करवाया है। पीड़ित सफाईकर्मी ने उसके दस्तावेज से मुम्बई में फर्जी तरीके से कम्पनी बनाकर बैंक अकाउंट से करोड़ों का लेन देन करने का आरोप जड़ा है। पुलिस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है।
नगर पालिका में सफाईकर्मी के तौर पर तैनात है युवक
बिजयनगर निवासी चुन्नीलाल ने बताया कि वह नगर पालिका में बतौर सफाईकर्मी तैनात है। गत दिनों उसके पास इनकम टैक्स का नोटिस आया। जिसमें उसके नाम से मुम्बई में कम्पनी खोलने व आईसीआईसीआई बैंक की अंधेरी मुम्बई ब्रांच में उसके अकाउंट से करोड़ों रुपए का लेन देन किया गया है। कर चोरी भी की गई। यह देखते ही उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। चुन्नीलाल ने कहा कि वह या उसके परिवार का कोई सदस्य कभी मुम्बई नहीं गया है।
चार-पांच साल पहले उनके गांव राताकाट निवासी नंदकिशोर उर्फ नंदू ने लोन दिलवाने के नाम पर उसका आधार कार्ड, पैन कार्ड सहित अन्य दस्तावेज लिए थे। बाद में उसकी नौकरी सफाईकर्मी के पद पर नगर पालिका बिजयनगर में लग गई तो उसने लोन नहीं लेने की बात नंदकिशोर को कही और दस्तावेज लौटाने को कहा। वह आए दिन टालमटोल जवाब देता और उसके बाद तो वह उसे कहीं नजर भी नहीं आया। उसे अंदेशा है कि नंदकिशोर ने ही फर्जीवाड़ा कर उसके नाम से कम्पनी खुलवाई और यह धोखाधड़ी की है।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
पीड़ित सफाईकर्मी चुन्नीलाल के परिवाद पर न्यायालय ने प्रसंज्ञान लेते हुए बिजयनगर थाना पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। जिस पर बिजयनगर पुलिस ने आईपीसी की धारा 420, 406 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामले की जांच स्वयं थानाधिकारी दिनेश कुमार चौधरी कर रहे हैं।
( रिपोर्ट- नवीन वैष्णव )