जयपुर। राजस्थान के विधानसभा चुनाव (Rajasthan Election) को लेकर कांग्रेस भाजपा समेत सभी पार्टियां जबरदस्त तरीके से एक्टिव नजर आ रही हैं। एक तरफ कांग्रेस अपनी फ्लैगशिप योजनाओं के जरिए एक मजबूत चेहरा और एक मजबूत सरकार को लेकर जनता के बीच में जा रही है। तो वहीं भाजपा कांग्रेस के इन्हीं योजनाओं की जनता के सामने पोल खोल रही है और गहलोत सरकार की नाकामियों को गिना रही है। चुनावी मैदान पर यह दोनों पार्टियां आपस में जबरदस्त तरीके स कमान संभाले हुए हैं, इससे कहीं ज्यादा सोशल मीडिया पर इन दोनों के बीच की जुगलबंदी तेज होती जा रही है।
भाजपा के आईटी सेल के कार्यकर्ता ही पार्टी के ब्रांड अंबेसडर
अब तो भाजपा ने यह साफ कर दिया है की सोशल मीडिया के सहारे अब जनता को मोदी और गहलोत सरकार के बीच में फर्क दिखाया जाएगा। कल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने पार्टी की आईटी सेल के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की बैठक ली थी। जिसमें उन्होंने साफ-साफ कह दिया था कि हमारे साइबर योद्धा ही पार्टी के ब्रांड एंबेसडर हैं, ये ब्रांड अंबेसडर जनता के बीच केंद्र और राज्य की सरकार के बीच में फर्क लेकर जाएंगे।
सरकार की योजनाओं की पोल खोलेंगे और देश की केंद्र सरकार की योजनाओं का प्रचार करेंगे। सीपी जोशी ने यह भी कहा था कि आज का जमाना आईटी का है। लोग दैनिक जीवन में अपनी सुबह से लेकर रात सोने से पहले तक हर काम आईटी के जरिए ही करते हैं। यहां तक कि एक व्यक्ति जब सुबह सोकर उठता है, तो सबसे पहले अब फोन हाथ में लेता है और सोशल मीडिया पर एक्टिव हो जाता है।
सोशल मीडिया के जरिए हर व्यकित को दिखाया जाएगा मोदी-गहलोत में फर्क
सीपी जोशी ने कहा हमें इसी पर खेलना है। सोशल मीडिया पर हमें राजस्थान सरकार की करतूतों के बारे में बताना है, ताकि हर एक व्यक्ति तक ये बात पहुंचे, क्योंकि लोग सोशल मीडिया के जरिए ही अब खबरों तक पहुंच रहे हैं। उनके सामने प्रदेश से लेकर देश और दुनिया तक की खबरें आ जाती हैं। हमें इसी का प्रयोग करते हुए लोगों तक केंद्र सरकार की खूबियां और राज्य सरकार की करतूतों के बारे में बताना है।
राजनीतिक दलों का सबसे मजबूत हथियार है सोशल मीडिया
सीपी जोशी के सोशल मीडिया कार्यकर्ताओं को दिए गए इस मैसेज से साफ है कि अब जैसे-जैसे चुनाव की तारीख पास आती जाएगी चुनावी मैदान से ज्यादा अब सोशल मीडिया के मैदान पर यह चुनाव लड़े जाएंगे। जिसमें दोनों पार्टियों के बीच में जबरदस्त जुगलबंदी देखने को मिलेगी। हालांकि लोगों तक सरकार पक्ष विपक्ष पार्टियों की विचारधारा को पहुंचाने का सबसे तेज और सबसे सटीक हथियार सोशल मीडिया ही है, जिसका उपयोग सिर्फ बीजेपी ही नहीं कांग्रेस समेत कई पार्टियां बेहद अच्छे ढंग से कर रहे हैं।