नई दिल्ली। बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को ईडी ने पूछताछ के लिए फिर से समन भेजा है। (Land For Job Scam) नौकरी के बदले जमीन मामले में ही यह पूछताछ की जाएगी। इसके लिए कल तेजस्वी यादव दिल्ली स्थित ED मुख्यालय में हाजिर होंगे। इसके लिए वे आज ही पटना से दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं।
बिहार को बदनाम कर रही है भाजपा
एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है और यह कोशिश बीजेपी कर रही है। सासाराम और नालंदा में जो दंगा हुआ था, उसके सबूत मिले हैं। उस पर कार्रवाई हो रही है। बीजेपी के नेता हम पर जो आरोप लगा रहे हैं। वह बेबुनियाद हैं। जांच में सब कुछ सामने आ जाएगा।
तेजस्वी यादव ने कहा कि बीजेपी ने जिस तरह तमिलनाडु, नालंदा, सासाराम में दंगे का डिजाइन तैयार किया था। उसका हमारी जांच एजेंसियों ने पर्दाफाश कर दिया है। बीजेपी सिर्फ और सिर्फ बयानबाजी करती है। जानबूझकर बिहार का माहौल खराब कर रही है और बिहार को बदनाम कर रही है।
25 मार्च को CBI के सामने हुए थे पेश
बता दें कि तेजस्वी यादव नौकरी के बदले जमीन मामले (Land For Job Scam) में बीती 25 मार्च को सीबीआई के सामने आखिरी बार पेश हुए थे। तब सीबीआई ने दिल्ली हाईकोर्ट से कहा था कि अब वह तेजस्वी यादव को गिरफ्तार नहीं करेगी। अब ईडी ने तेजस्वी को पूछताछ के लिए समन भेजा है। गौरतलब है कि नौकरी के बदले जमीन मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने लालू यादव समेत 16 आरोपियों को जमानत दे दी है।
ये है नौकरी के बदले जमीन का मामला
बता दें कि साल 2004 से 2009 के बीच जब लालू यादव केंद्रीय रेलमंत्री थे, तब अभ्यर्थियों को रेलवे में नौकरी के बदले जमीन की रिश्वत मांगी गई थी। इन जमीनों पर लालू यादव औ उनके संबंधियों के नाम दर्ज हैं। इसमें यह भी आरोप है कि अभ्यर्थियों के आवेदन करने के तीन दिनों के अंदर ही ग्रुप डी पदों पर नियुक्ती भी मिली थी। साथ ही जब इन अभ्यर्थियों ने पूरी तरह से जमीन लालू यादव और उनके संबंधियों के नाम कर दी थी तब उन्हें भी नौकरी मे नियमित कर दिया गया था।
लालू प्रसाद के परिवार पर आरोप
( Land For Job Scam ) इस मामले की चार्जशीट में आरोप है कि लालू यादव की पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनकी दो बेटियों के नाम पर जमीन दर्ज है। पटना में करीब 1.05 लाख वर्ग फुट की जमीन लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों के नाम पर दर्ज है। जिनके आवास पर छापेमारी हुई है उनमें बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी के निजी सचिव नागमणि यादव भी शामिल हैं। RJD के विधायक सुनील सिंह, राज्यसभा सांसद अशफाक करीम, सांसद फैयाज अहमद बिस्फी, सुबोध राय शामिल हैं।
600 करोड़ का घोटाला!
ED ने कहा था कि इस छापेमारी में रेलवे भूमि में 24 स्थानों पर तलाशी ली, जिसमें 1 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी, 1900 अमेरिकी डॉलर, 540 ग्राम सोने की बुलियन और 1.5 किलोग्राम से अधिक सोने के आभूषण सहित विदेशी मुद्रा की बरामदगी हुई। खोजों के परिणामस्वरूप इस समय लगभग 600 करोड़ रुपये की अपराध की आय का पता चला है।