भरतपुर। राजस्थान के भरतपुर से दो मुस्लिम युवकों को अगवा कर हत्या करने का मामला अभी गरमाया हुआ है। इस घटना के आरोपी श्रीकांत की पत्नी की गर्भ में शिशु की मौत मामले में एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम) ने राजस्थान पुलिस को नोटिस भेजा है। इसमें भरतपुर की पुलिस को जांच में शामिल होने को कहा है। राजस्थान के पुलिस कर्मियों पर मुकदमा दर्ज है।
बता दें, कि नासिर-जुनैद हत्या मामले को 30 से ज्यादा दिन बीत गए हैं। 15 फरवरी को गोपालगढ़ थाना में एक शिकायत दर्ज की गई थी। इसमें कहा गया था कि जुनैद और नासिर नाम के दो व्यक्ति का अपहरण हो गया है। इसके अगले ही दिन 16 फरवरी को दोनों का शव जली हुई गाड़ी में दोनों का शव हरियाणा के भिवानी जिले में मिला था। इसके बाद पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी।
आरोप है कि 17 फरवरी को राजस्थान पुलिस के करीब 30-40 कर्मी श्रीकांत की तलाश में उसके घर पर पहुंचे। श्रीकांत की मां का आरोप है कि सभी पुलिसकर्मी घर में तोड़फोड़ करने लगे और श्रीकांत की पत्नी कमलेश के साथ मारपीट की। श्रीकांत की पत्नी को धक्का दे दिया गया, जिससे उसके गर्भ में पल रहे शिशु की मौत हो गई। मामला बढ़ता देख और राजनीतिक दबाव बनने के बाद पूरे मामले की एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम) से जांच कराई जा रही है। नगीना थानाप्रभारी इंस्पेक्टर जगबीर सिंह ने बताया कि बच्चे के बिसरा को जांच के लिए मधुबन लैब में भेजा गया है। उसकी रिपोर्ट नहीं आई है। ऐसे में जांच रिपोर्ट आने के बाद और तेजी आएगी। बावजूद एसआईटी की टीम मामले की जांच कर रही है। एसआईटी विभिन्न पहलूओं से जांच कर रही है।
नासिर-जुनैद हत्या मामले में एक आरोपी गिरफ्तार
नासिर-जुनैद हत्या मामले में पुलिस ने एक आरोपी रिंकू सैनी को गिरफ्तार किया है। वहीं पुख्ता सबूत के आधार पर 8 आरोपियों के नाम और फोटो सार्वजनिक किए गए हैं, लेकिन अभी तक उनमें से किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस अधीक्षक ने इन आरोपियों पर पांच-पांच हजार रुपये का इनाम घोषित किया था, लेकिन अभी तक आरोपियों का कोई सुराग नहीं लगा है। वहीं अब इन फरार आरोपियों पर भरतपुर रेंज के आई ने 10-10 हजार रुपये का पुरस्कार घोषित किया है।
आठ आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर
नासिर-जुनैद की हत्या के मामले में पुलिस ने जिन फरार आरोपियों के फोटो जारी किए ये थे उनमें अनिल निवासी नूहं हरियाणा, श्रीकांत निवासी नूहं हरियाणा, कालू निवासी कैथल हरियाणा, किशोर निवासी करनाल हरियाणा, मोनू निवासी भिवानी हरियाणा, विकास निवासी जींद हरियाणा, शशिकांत निवासी करनाल हरियाणा, गोगी निवासी भिवानी हरियाणा शामिल हैं और सभी फरार हैं। इनकी तलाश के लिए भरतपुर पुलिस की कई टीमें लगी हुई हैं। बताया जा रहा है कि टीम ने अभी तक 200 से अधिक जगहों पर छापेमारी की है। लेकिन, एक महीने से भी ज्यादा हो गया है और ये पुलिस की पकड़ से दूर हैं।