फिल्म ‘काली’ पर विवाद थमने का लनाम नहीं ले रहा है। इसके विवादित पोस्टर पर अब दिल्ली पुलिस ने IFSO यूनिट ने फिल्म प्रोड्यूसर लीना मणिमेकलाई के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। यही नहीं देश के कई हिस्सों में भी लीना पर धार्मिक भावनाएं भड़का कर आपराधिक साजिश करने का आरोप लगाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी लीना के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने लीना पर 10 धाराएं लगाई हैं।
क्यों हो रहा है विवाद?
फिल्म काली के पोस्टर को लेकर कल से पूरे देश में विवाद मचा हुआ है। लोगों ने इस पोस्टर के जरिए हिंदुओं की धार्मिक आस्था को चोट पहुंचाने का आरोप लगाया है। साथ ही उनके भगवान के अपमान की भी बात कही जा रही है। दरअसल यह एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म हैं, जिसका 2 जुलाई को अंडर द टेंट प्रोजेक्ट के तहत फिल्ममेकर लीना मणिमेकलाई ने फिल्म काली का पोस्टर जारी किया था। इस पोस्टर में मां काली बनी एक महिला को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है। यही नहीं उनके एक हाथ में LGBT समुदाय का एक झंडा है। सोशल मीडिया पर इस फिल्म का पोस्टर वायरल होने के बाद यह विवाद गर्मा गया है। आपको बता दें कि सबसे पहले इस फिल्म की लॉन्चिंग कनाडा में हुई थी। इसके खिलाफ भारत के हाई कमीशन ने आवाज उठाई है, और आयोजकों से फिल्म के आपत्तिजनक पोस्टर को हटाने की मांग की है।
कौन हैं लीना मणिमेकलाई?
फिल्म काली पोस्टर के विवाद में इसकी निर्माता लीना मणिमेकलाई (Leena Manimekalai) हैं। इनके खिलाफ सोशल मीडिय़ा पर अरेस्ट लीना मणिमेकलाई भी ट्रेंड कर रहा है। लीना भारत के मदुरै में जन्मीं हैं। और टोरंटो में रहती हैं जुबानी हमलों के जवाब में लीना ने कहा कि वह इस फिल्म के लिए अपनी जान भी देने को तैयार हैं। इन्होंने ट्वीट कर कहा कि मेरे पास खोने को कुछ नहीं हैं। जब तक मैं जिंदा हूं , में बेखौफ आवाज बनकर जीना चाहती हूं। अगर कीमत मेरी जिंदगी है तो इसे भी दिया जा सकता है। लीना ने लोगों से विवादों में न पड़कर फिल्म को देखने की अपील भी की है। उन्होंने कहा कि यह फिल्म एक शाम टोरंटो शहर की सड़कों पर काली के घूमने के दौरान हुई घटनाओं के बारे में है। अगर वे फिल्म देखते हैं तो वे अरेस्ट लीना मणिमेकलाई के बजाय लव यू लीना मणिमेकलाई कहेंगें।