महाराष्ट्र में अब शिंदे सरकार का ही राज होगा। विधानसभा में एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने फ्लोर टेस्ट पास कर लिया है। विधानसभा में सत्ता पक्ष को 164 वोट मिले, स्पीकर का वोट नहीं गिना गया। वरना गिनती 165 होगी। वहीं दूसरी तरफ विपक्ष को 99 मत मिले। सदन में MVA के 8 विधायक गैर हाजिर रहे। बहुमत साबित करने के लिए 144 वोट की दरकार थी, तबकि शिंदे गुट को 20 वोट ज्यादा मिले हैं। विधानसभा में भाजपा के सुधीर मुनगंटीवार और शिवसेना के भरत गोगावले ने विश्वास मत प्रस्तावित किया। इसके बाद विपक्ष ने वोट के बंटवारे की मांग की, जिसे स्पीकर ने स्वीकर कर लिया।
विश्वास मत के दौरान सदन में लगे ED-ED के नारे, फडणवीस ने दिया जवाब
विधानसभा में वोटिंग के दौरान ED-ED ( प्रवर्तन निदेशालय ) के नारे लगे। विधानसभा में वोट देते हुए कांग्रेस विधायक कैलाश गोरंट्याल ने कहा कि राजनीति में पहले साम, दाम, दंड, भेद जरूरी था, लेकिन अब ED, CBI और गवर्नर जरूरी है। इस पर शिंदे गुट ने एतराज जताया। लेकिन देवेंद्र फडणवीस ने विपक्ष को करारा जवाब दिया। फ्लोर टेस्ट पूरा हो जाने के बाद उन्होंने कहा कि हां महाराष्ट्र में अब ED की ही सरकार है। E यानी एकनाथ शिंदे और D का मतलब देवेंद्र फडणवीस। इसके बाद देवेंद्र ने कहा कि एकनाथ शिंदे के तौर पर एक शिवसैनिक राज्य का मुख्यमंत्री बना है। साल 2019 के चुनाव में शिवसेना औऱ बीजेपी के गठबंधन को जनादेश मिला था। लेकिन बहुमत हमसे ले लिया गया। उन्होंने कहा कि इसके बाद उद्धव ठाकरे ने NCP और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना ली। लेकिन वह कुछ दिन पहले ही गिर गई।
सरकार को लेकर नहीं है कोई मनमुटाव- फडणवीस
वहीं खुद के उप मुख्यमंत्री बनाए जाने पर देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि एकनाथ शिंदे के सहयोग से एक बार फिर हमने शिवसेना के साथ सरकार बनाई है। मैं पार्टी के आलाकमान के आदेश पर डिप्टी सीएम बना हूं। अगर पार्टी नहीं कहती तो मैं घर बैठ जाता। इसी पार्टी ने मुझे पहले मुख्यमंत्री बनाया है। उन्होंने आगे कहा कि मैं यह साफ कर देना चाहता हूं कि इस सरकार को लेकर कोई मन-मुटाव नहीं है। हम एक-दूसरे को हमेशा सहयोग करेंगे।
उद्धव ठाकरे गुट के 2 विधायक हुए बागी, शिंदे सरकार के लिए किया वोट
उद्धव ठाकरे के गुट की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। अब उनके पास से 2 और विधायक टूट गए हैं, और शिंदे खेमे में शामिल हो गए हैं। उद्धव गुट के विधायक संतोष नागर और श्यामसुंदर शिंदे विरोधी गुट में शामिल हो गए हैं। इन दोनों ने सदन में वोट भी एकनाथ शिंदे के पक्ष में किया था।
वोटिंग के दौरान 8 विधायक रहे गैर-हाजिर
विधानसभा में वोटिंग के दौरान MVA के 8 विधायक नदारद रहे। इनमें कांग्रेस के 5 विधायक अशोक चव्हाण, विजय वड्डेटीवार, प्रणीती शिंदे, जिशन सिद्दकी, धीरज विलासराव देशमुख शामिल हैं। इसके अलावा दो विधायक समाजवादी पार्टी के और 1 विधायक AIMIM का विधानसभा से गैर-हाजिर रहे। विधानसभा में कुल 288 सीटें हैं, जिसमें वर्तमान में 287 सदस्य हैं। इनमें से कुल 263 वोट पड़े। यानी 25 वोट नहीं डाले गए थे। इनमें से 3 ने जानबूझकर वोटिंग से परहेज किया। वहीं नवाब मलिक, अनिल देशमुख जेल में होने के कारण वोटिंग में नहीं आ सके। इसके अलावा AIMIM विधायक शाह तारिख अनवर ने भी वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया।