नागौर। जिले के डेगाना उपखंड के चान्दारुण गांव में उस समय खुशियां मातम में छा गई जब बेटे-बेटी की डोली उठने के बाद पिता का शव घर पहुंचा। दरअसल, चान्दारुण गांव में ओमप्रकाश जागिड़ के बेटे और बेटी की शादी बुधवार को थी। लेकिन इससे पहले ही मंगलवार रात दोनों के सिर से पिता का साया उठ गया।
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बेटे-बेटी की धूमधाम से शादी रचाने का इरादा लिए ओमप्रकाश एक्टिवा से सफर कर रहा था कि इस दौरान एक पानी के टेंकर ने उन्हें टक्कर मार दी और नीचे आने से उनकी मौत हो गई। यह हादसा डेगाना-चान्दारुण स्टेट हाइवे से महज डेढ़ किलोमीटर दूर हुआ था। इसमें ओमप्रकाश पुत्र श्याम लाल जांगिड़ उम्र 53 की एक सड़क हादसे में मौत हो गई।
ग्रामीणों ने सूझबुझ से बेटे-बेटी के कराए फेरे
चान्दारुण निवासी ओमप्रकाश जांगिड़ की सड़क हादसे में मौत के बाद ग्रामीण ने अपनी सूझबुझ से बेटे-बेटी के फेरे कराए और उसके बाद ही शव को घर में लाए। एक तरफ लड़की को विदा किया तो दूसरी तरफ बहू को घर लाए। इसके कुछ घंटे बाद मतृक ओमप्रकाश जांगिड़ का शव घर लाया गया। इस घटना में पूरा गांव रो पड़ा ओर लोगों का दिल दहल गया।
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एक साल पहले उठ चुका है मां का साया
बुधवार को मृतक ओमप्रकाश के बेटे-बेटी की शादी होने वाली थी उससे पहले ही पिता का साया माथे से उठ गया और इससे एक साल पहले उन्होंने अपनी मां को खो दिया था। जानकारी के अनुसार, समाज के धर्मेंद्र जांगिड़ ने बताया कि मृतक ओमप्रकाश की परिवार में दहनीय स्थिति कों देखते हुए शिक्षक भाई लक्ष्मीनारायण जांगिड़ ने बेटे-बेटी की शादी का पूरा खर्च अपने कंधो पर ले रखा था। लेकिन खुशी के माहौल ने एक सड़क दुर्घटना की घटना ने सारी खुशी गम में बदल दी।