पेपर लीक मामला : वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा का पर्चा लीक मामले में इस समय सियासत जबरदस्त तरीके से गर्माई हुई है। आज पूरे प्रदेश में इसे लेकर भाजपा और आरएलपी के प्रदर्शन का दौर जारी है। अजमेर में भाजपा ने तो RPSC प्रबंधन का पुतला तक जला दिया था। भाजपा के इस प्रदर्शन में पूर्व शिक्षा मंत्री और अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी, सांसद भागीरथ देवनानी और विधायक अनीता भदेल भी शामिल थे। इस प्रदर्शन में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने RPSC मुख्यालय में घुसने की कोशिश की। इस पर पुलिस ने बैरिकेंडिंग लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की।
हंगामा गर्माता देख कार्यकर्ताओं और पुलिस कर्मियों में धक्का-मुक्की तक हो गई। इसके बाद पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी, सांसद भागीरथ चौधरी और विधायक अनीता भदेल को RPSC मुख्यालय के अंदर जाने दिया गया। इसके बाद वासुदेव देवनानी, भागीरथ चौधरी ने RPSC सचिव एचएल से चेतावनी भरे लहजे में बात की। उन्होंने आयोग पर गंभीर आरोप भी लगाए।
हमारी सरकार में एक भी पर्चा नहीं हुआ लीक
पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी और सांसद भागीरथ चौधरी ने RPSC मुख्यालय में जाकर सचिव एचएल अटल से बाचतीत की। वासुदेव देवनानी ने अटल को चेतावनी देते हुए कहा कि स मामले में CBI जांच हो, इस कांग्रेस सरकार में अब तक 11 पेपर आउट हो चुके हैं। परीक्षार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। हमारी सरकार के वक्त एक भी पर्चा लीक नहीं हुआ था, राज्य स्तरीय पेपर तो छोड़िए केंद्र वाले जो भी एग्जाम होते थे, उसमें तक कोई छेड़छाड़ नहीं होती थी। मेरे शिक्षा मंत्री रहते हुए एक भी पर्चा लीक हुआ हो तो बताइये।
जारौली को इसलिए छोड़ा कि कहीं ‘बड़े लोग’ न फंस जाएं
वासुदेव देवनानी के साथ ही मौजूद सांसद भागीरथ चौधरी ने कहा कि REET वाले मामले में भी सरकार और बोर्ड का ही सदस्य डीपी जारौली पकड़ा गया था, लेकिन वह छूट गया। उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। उसने तो कह दिया था कि अगर मैंने मुंह खोला तो बड़े-बड़े लपेटे में आ जाएंगे। क्या इसलिए उसे छोड़ दिया गया। डीपी जारौली की ये कुछ नहीं कर पाए। आप कैसे परीक्षाओं को प्रबंधन करा रहे हैं। आए दिन पेपर लीक हो रहा है और आप बात में कह देते हैं कि हम कार्रवाई कर रहे हैं। कहां कार्रवाई हो रही है, क्या कार्रवाई हो रही है।
‘कोई पैसों का मामला है क्या…कहां तक पहुंचा’
वासुदेव देवनानी ने कहा कि अगर इस मामले में CBI जांच की मांग पूरी नहीं हुई और मामले को दोषियों को पकड़ा नहीं गया तो प्रदेश में आयोग के खिलाफ बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। देवनानी ने सचिव से कहा कि आपको इस कुर्सी पर बैठने का कोई अधिकार नहीं है जब आप पेपर लीक होने से बचा नहीं सकते। आप CBI को पत्र लिखिए कि इस पूरे मामले की जांच हो। 21 दिसंबर से वरिष्ठ अध्यापक के जितने भी पेपर हुए उन सब की जांच की जाए। पेपर लीक होने में जो आरोपी है उनसे सरकार मिली हुई हैं, आयोग के अधिकारी भी मिले हुए हैं।
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